- बिजली विभाग में फर्जीवाड़ा का मामला आया सामने
- मीटर जांच के नाम पर चार हजार रुपए वसूली का मामला
- ठगी के शिकार हुआ पीडि़त पहुंचा विभाग
<- बिजली विभाग में फर्जीवाड़ा का मामला आया सामने
- मीटर जांच के नाम पर चार हजार रुपए वसूली का मामला
- ठगी के शिकार हुआ पीडि़त पहुंचा विभाग
BAREILLY:
BAREILLY:
बिजली विभाग में फर्जीवाड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले दिनों जहां फर्जी रसीद पर बिजली बिल काट कर कंज्यूमर्स से हजारों रुपए वसूली की बात सामने आयी थी। वहीं वेडनसडे को एक और ठगी का मामला देखने को मिला। जिन कंपनी का ठेका बहुत पहले खत्म हो चुका है। वह मीटर जांच के नाम पर लोगों से पैसे वसूल रहे हैं। इन शातिरों के चंगुल में अभी तक कई कंज्यूमर्स फंस चुके हैं। जबकि, विभाग के अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं हैं। वेडनसडे को ठगी का शिकार हुए नगरिया परीक्षित का रहने वाले जंग बहादुर थापा बिजली विभाग के चक्कर काटते नजर आए, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो सका।
कॉन्ट्रैक्ट खत्म फिर भी वसूली
वर्षो पहले बिजली विभाग ने बिजली मीटर जांच के लिए बेग इंटर प्राइजेज से अनुबंध किया लेकिन वर्तमान समय में विभाग का कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो चुका है। फिलहाल साई कंपनी यह काम देख रही है। कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद भी बेग इंटर प्राइजेज कंपनी के कर्मचारी कंज्यूमर्स के घर जाकर मीटर जांच के नाम पर धन की उगाही कर रहे हैं। कर्मचारी शहर और आसपास के इलाके के लोगों को अपना निशाना बनाने में लगे हुए हैं। चूंकि, यह कंपनी पहले से काम कर चुकी है। इस वजह से कंज्यूमर्स भी इनके झांसे में आसानी से फंस जा रहे हैं।
मीटर जांच के नाम पर वसूली
कंपनी के कर्मचारियों मीटर जांच के नाम पर फ् से ब् हजार रुपए तक की वसूली रहे हैं। ठगी के शिकार हुए नगरिया परीक्षित के रहने वाले जंग बहादुर थापा वेडनसडे को विभाग का चक्कर काटते दिखे। अधिकारियों से भी मिले लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो सका। जंग बहादुर ने बताया कि, म् फरवरी के मेरे यहां ब् लोग आए थे। तबरेज आलम नाम के एक व्यक्ति ने बिजली बिल देखने के बाद मीटर की जांच करने लगा। उसने मीटर में गड़बड़ी बताते हुए मुझसे तीन हजार रुपए वसूल लिए और मीटर भी लेकर चलते बने। फिर इसके बाद कर्मचारियों ने क्0 फरवरी को बोला की आपके मीटर में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं है हम लोग मीटर को सील कर देंगे। हालांकि क्क् फरवरी उन लोगों के आने पर उन लोगों को मीटर नहीं दिया।
विभाग को भनकक्चक तक नहीं
जिस कंपनी के साथ कॉन्टै्रक्ट खत्म हो चुका है उसके कर्मचारी अपने आपको विभाग का कर्मचारी बताकर वसूली कर रहे हैं। यहीं नहीं कंज्यूमर्स को अपने जाल में फंसाने और उन्हें भरोसा दिलाने के उद्देश्य से सादे कागज पर बकायदा रसीद भी काटी जा रही है, लेकिन इस बात की अधिकारियों को भनक तक नहीं है। या यूं कहें कि, विभाग के आला अधिकारी सब जानते हुए अनदेखा कर रहे हैं। पिछले दिनों फर्जी रसीद मामले में भी विभाग के ही एक बाबू के हाथ होने का मामला सामने आ चुका है। इसके बावजूद अधिकारी गंभीर नहीं हैं।
मुझे यहां आए तीन महीना हो चुका है। बेग इंटर प्राइजेज कंपनी के साथ मेरे आने से पहले ही कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो चुका है। यदि, इस तरह का कोई मामला है तो, इसकी जांच कर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गजेंद्र गुप्ता, एक्सईएन, मीटर टेस्ट