बरेली(ब्यूरो)। राष्ट्रीय डेंगू दिवस पर जिला स्वास्थ्य समिति और एम्बेड परियोजना की टीम ने लोगों को घर-घर जाकर डेंगू से बचाव के बारे में बताया। साथ ही उन्हें इसके लक्षण व उपचार के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान टीम में शामिल लोगों ने बताया कि मच्छरों के काटने से बुखार होने पर तुरंत नजदीकी सेहत केन्द्र पर जाकर टेस्ट करवाएं।
लोगों को किया अवेयर
राष्ट्रीय डेंगू दिवस पर भमोरा, रामनगर और मझगवां के बेहटा लालच, इस्लामाबाद, बाकरगंज, करुआताल, आनंदपूर, सिसोना, फतेहगंज और अन्तपुर के साथ ही अन्य गांव में समुदाय को डेंगू के प्रति अवेयर किया। साथ ही सभी ग्रामीणों को बचाव के लिए मच्छरदानी लगाने के लिए प्रेरित किया।
लार्वा को किया नष्ट
डेंगू से बचाव के लिए घर के आसपास पानी जमा नहीं होने देना चाहिए। लार्वा दिखते ही उसे खत्म करना चाहिए। डेंगू दिवस पर आशा और एम्बेड कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर फीवर सर्वे के साथ साथ मच्छर के लार्वा को नष्ट किया गया।
बरतें ये सावधानी
डेंगू के कारण बनने वाले एडीज एजिप्टी मादा मच्छर के जीवन चक्र को रोकने के लिए घरों में पानी वाले बर्तनों, कूलरों, गमलों आदि की अच्छे तरीके से सफाई करें। घरों से बाहर गंदा पानी जमा न होने दें। अगर पानी जमा है तो उस पर मिट्टी का तेल या काला तेल डालकर मच्छरों को पैदा होने से रोका जा सकता है। मच्छरों के काटने से बुखार होने पर तुरंत नजदीकी सेहत केन्द्र पर जाकर टेस्ट करवाएं।
दिलाई गई शपथ
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बलबीर सिंह के निर्देशानुसार जिला समन्वयक एम्बेड परियोजना के दुर्गेश अग्रवाल ने ग्राम प्रधान राजकुमार सिंह और आशा कार्यकर्ता हरीश कुमारी के साथ ग्रामीणों को डेंगू से स्वयं, परिवार, समाज और गांव को डेंगू से मुक्त कराने की शपथ दिलवाई गई। स्कूल के बच्चों ने समुदाय को डेंगू के बारे में अवेयर किया गया। सिसोना गांव में भी लोगों को डेंगू से बचाव करने के बारे में अवेयर किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम सहायक प्रशांत मांजरेकर और बीसीसीएफ व अन्य मौजूद रहे।
क्या है डेंगू फैलने के कारण
डेंगू आमतौर पर मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। ये खास तरह के मच्छर होते हैं, जिनके शरीर पर चीते जैसी धारियां पाई जाती हैं। ये मच्छर ज्यादातर सुबह के समय काटते हैं। जो व्यक्ति डेंगू से पीडि़त होता है, उसके शरीर में काफी मात्रा में वायरस पाया जाता है। इसके अलावा दूसरे तरीके में मच्छर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रमण फैलाता है। ऐसे में डेंगू बुखार भी संक्रामक रोग ही माना जाता है। दरअसल, जब मच्छर किसी डेंगू पीडि़त व्यक्ति को काटता है, तो साथ में उसका खून चूसता है। ऐसे में उस मरीज के खून में शामिल डेंगू का वायरस मच्छर को भी संक्रमित कर देता है।
ये हंैं लक्षण
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
-शरीर पर पडऩे वाले लाल निशान जो थोड़े समय बाद ठीक होने के बाद पुन: वापस भी आ जाते हैं
-तेज बुखार
-बहुत तेज सिर दर्द
-आंखों के पीछे दर्द
-उल्टी आना
-चक्कर महसूस होना