आईसीएसई दसवीं में हार्टमन ने जीता दिल, 97.2 परसेंट मार्क्स के साथ मेहदी रजा नकवी ने मंडल में टॉप किया
हार्टमन के ही सक्षम मेहरा सेकेंड पोजीशन पर काबिज
BAREILLY: आईसीएसई क्लास 10 के रिजल्ट में हार्टमन कॉलेज ने इस बार लास्ट ईयर टॉपर देने वाले कॉलेज सेंट मारिया गोरेटी को पीछे छोड़ दिया। वेडनसडे को काउंसिल फॉर दी इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट सीआईएससीई के आईसीएसई का रिजल्ट डिक्लेयर हुआ। लास्ट ईयर सेंट मारिया गोरेटी कॉलेज के स्टूडेंट्स ने फर्स्ट और सेकेंड पोजीशन पर कब्जा जमाया था। इस बार ये दोनों पोजीशन हार्टमन कॉलेज के स्टूडेंट्स ने हथिया ली। मेहदी रजा नकवी ने 97.2 परसेंट मार्क्स के साथ पूरे बरेली मंडल में टॉप किया है। उन्होंने कम्यूटर एप्लीकेशंस में 100 मार्क्स गेन किए हैं। वहीं हार्टमन के ही सक्षम मेहरा सेकेंड पोजीशन पर काबिज होने में कामायाब हुए हैं। सक्षम ने 96.2 परसेंट मार्क्स स्कोर किया है। सेंट मारिया गोरेटी की अनुष्का मार्च 95.6 परसेंटेज के साथ थर्ड पोजीशन पर हैं। बरेली डिस्ट्रिक्ट में 2,500 स्टूडेंट्स ने आईसीएसई का एग्जाम दिया था।
0.8% की मामूली बढ़त
लास्ट ईयर के मुकाबले रिजल्ट में अच्छी ग्रोथ देखी गई है। ओवरऑल रिजल्ट काफी सुधरा है। साथ ही हाइएस्ट परसेंटेज में भी बढ़ोतरी हुई है। हालांकि इसमें 0.8 परसेंट की मामूली ग्रोथ ही हुई है। लास्ट ईयर सेंट मारिया की सोनल चतुर्वेदी ने टॉप किया था। उन्होंने 96.4 परसेंट मार्क्स स्कोर किए थे जबकि सेकेंड पोजिशन पर सेंट मारिया की ही हर्ष रिम और हार्टमन के आदिल खान 95.4 परसेंट के साथ काबिज रहे थे। इस बार मेहदी रजा ने पिछला रिकॉर्ड तोड़ते हुए 97.2 परसेंट मार्क्स स्कोर किए हैं।
English ने लुटिया डुबोई
ओवरऑल रिजल्ट में बेहतर सुधार के बावजूद परसेंटेज मार्क्स में वैसा सुधार नहीं देखा गया। इसकी मेन वजह इंग्लिश को माना जा रहा है। ये सिर्फ स्टूडेंट्स ही नहीं बल्कि एक्सपर्ट भी मान रहे हैं। 90 परसेंट से एबव मार्क्स गेन करने वाले स्टूडेंट्स ने इंग्लिश में बेहतर परफॉर्म नहीं किया है। इंग्लिश में 90 परसेंट मार्क्स गेन करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या काफी कम है। कई स्टूडेंट्स तो 70 से 80 के बीच ही मार्क्स लेकर आए हैं। स्टूडेंट्स ने बताया कि इंग्लिश लैंग्वेज और लिट्रेचर का अलग-अलग एग्जाम होता है। दोनों में से किसी एक पेपर में मार्क्स कम आए हैं। हाईस्कूल में स्टूडेंट्स म् सब्जेक्ट्स में अपीयर होते हैं, लेकिन जब वे परसेंटेज काउंट करते हैं तो बेस्ट फाइव सब्जेक्ट ही चूज करते हैं। ऐसे में परसेंटेज निकालते वक्त किसी एक सब्जेक्ट जिसमें मार्क्स कम होते हैं उसको काउंट नहीं करते, लेकिन इंग्लिश कंपलसरी होता है। कम मार्क्स होने के बावजूद इंग्लिश को परसेंटेज काउंट करते वक्त एग्जेंप्ट नहीं कर सकते। स्टूडेंट्स को यह मजबूरी काफी परेशान कर रही है।