- कमिश्नर और मेयर ने स्मार्ट सिटी योजना के प्रमुख काम में देरी पर जताई नाराजगी
- हनीवेल कंपनी को मिला है टेंडर, निगम के नए भवन में खुलेगा
बरेली : स्मार्ट हो रहे शहर में स्मार्ट सर्विलांस के लिए तैयार किए गए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर यानि आईसीसीसी का काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है। अब तक शहर में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए हैं। उनका ऑपरेटिंग सिस्टम तैयार नहीं हुआ है। कार्यदायी संस्था की काम करने की गति काफी धीमी है। इन्हीं बातों से नाराज मंडलायुक्त आर रमेश कुमार व मेयर डॉ। उमेश गौतम ने खासी नाराजगी जताई। उन्होंने प्रोजेक्ट की समीक्षा कर कार्यदायी संस्था की फटकार लगाई है।
नगर विकास मंत्री ने दिए थे आदेश
नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन मार्च में शहर आए थे। उन्होंने स्मार्ट सिटी योजना के तहत बनाए जा रहे आईसीसी सेंटर का निर्माण दो महीने में पूरा कर लेने के निर्देश दिए थे। शहर में बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी पांच महीने पहले ही हनीवेल कंपनी को टेंडर दे चुकी है। यहां करीब 162.32 करोड़ रुपये में आईसीसीसी का निर्माण होना है। इस प्रोजेक्ट के तहत शहर में प्रमुख चौराहों, सड़कों समेत कई बिल्डिंग पर करीब आठ सौ सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। उनका कंट्रोल रूम नगर निगम की नई बिल्डिंग के ऊपर माले पर बनाया जाना है। इससे शहर में महिलाओं की सुरक्षा, हर छोटी बड़ी घटना की निगरानी, ट्रैफिक व्यवस्था, जीआईएस, एकीकृत परिवहन व्यवस्था, सर्विलांस व्यवस्था, साफ-सफाई व्यवस्था पर निगरानी समेत अन्य काम पर हाई रेजूलेशन कैमरों से 24 घंटे नजर रखी जाएगी। टेंडर होने के बाद भी अब तक यह काम धरातल पर नहीं उतर पाया है।
पूरी शहर की होगी निगरानी
कमिश्नर ने फ्राइडे देर शाम कार्यदायी संस्था के लोगों को अपने कार्यालय बुलाया। मेयर के सामने उनसे प्रोजेक्ट में अब तक हुए कायरें के बारे में पूछा। लेटलतीफी पर नाराजगी जताते हुए कायरें में तेजी लाने के निर्देश दिए। मेयर ने बताया कि बैठक में स्मार्ट सिटी मिशन के अन्य प्रोजेक्ट जैसे हैंडीक्राफ्ट सेंटर, अर्बन हाट, संजय कम्युनिटी हाल सौंदर्यीकरण पर भी चर्चा हुई। यह काम भी जल्द धरातल पर उतरेंगे। उन्होंने बताया कि आईसीसीसी का काम जल्द पूरा करवाने के लिए चीफ इंजीनियर बीके सिंह को जिम्मेदारी दी है। चीफ इंजीनियर ने बताया कि हनीवेल कंपनी के लोगों को साफ तौर पर काम में तेजी लाने को निर्देशित कर दिया है। जल्द ही नई बिल्डिंग में आईसीसी सेंटर तैयार हो जाएगा। वहां कंट्रोल रूम से पूरे शहर की निगरानी हो सकेगी।