सिटी के नामी होटलों में मजिस्ट्रेट की अगुवाई में पर्यटन और मनोरंजन कर विभाग ने की छापेमारी
पर्यटन विभाग से बिना सत्यापित बिल बुक से कर रहे थे कमरों की बुकिंग
किसी भी होटल ने नहीं लगा रखा था टैरिफ कार्ड
<सिटी के नामी होटलों में मजिस्ट्रेट की अगुवाई में पर्यटन और मनोरंजन कर विभाग ने की छापेमारी
पर्यटन विभाग से बिना सत्यापित बिल बुक से कर रहे थे कमरों की बुकिंग
किसी भी होटल ने नहीं लगा रखा था टैरिफ कार्ड
BAREILLY:
BAREILLY: सिटी के होटलों के नाम तो बड़े है मगर काम टैक्स चोरी का। जी हां शहर के अधिकांश होटल लग्जरी टैक्स चोरी कर रहे हैं। मंडे को सिटी मजिस्ट्रेट उमेश कुमार मंगला की अगुवाई में जिला पर्यटन अधिकारी प्रीति श्रीवास्तव ने वरिष्ठ सहायक कर लिपिक अकरम हुसैन, एसएसआई कोतवाली राम नारायण व अन्य की मौजूदगी में नामी होटलों में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान होटलों में पर्यटन विभाग से बिना सत्यापन की हुई फर्जी बिल बुकें मिलीं। वहीं टैरिफ कार्ड डिस्पले ही नहीं था। इस दौरान टीम ने सभी होटलों से अहम दस्तावेज जब्त किए। दस्तावेजों का आंकलन कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
होटल में मचा हड़कंप
सबसे पहले टीम स्टेशन रोड स्थित श्री भास्कर होटल पहुंची तो कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। इस दौरान टीम ने होटल के बिल बुक और रजिस्टर चेक किए तो कई खामियां पाई गई। इसके अलावा जब टैरिफ कार्ड ना लगा होने के बारे में पूछताछ की गई तो कोई उचित जवाब नहीं मिला। जिसके चलते सभी बिल बुक और रजिस्टर जब्त कर लिए गए.वहीं होटल में इंटरटेनमेंट टैक्स के तहत केबिल कनेक्शन की भी चेकिंग की गई। जहां 9 केबिल कनेक्शन मिले।
कहां है टैिरफ कार्ड
क्भ् मिनट की छापेमारी के बाद तुरंत टीम होटल के बरेली पहुंची। यहां रिसेप्शन पर ही टीम ने पूछताछ शुरू कर दी। टीम ने सबसे पहले सभी बिल को कब्जे में लिया। वहीं चेकिंग के दौरान टैरिफ कार्ड डिस्पले नहीं किया गया था। बाहर से कैटरिंग की बिल बुक मिली। वहीं ख्ख् कनेक्शन केबिल के मिले। इस पर टीम ने बिल बुक, रजिस्टर व अन्य डॉक्युमेंट जब्त किए। इसके बाद टीम ने माल गोदाम रोड स्थित होटल काल्टन पैलेस में भी छापेमारी की। यहां पर पहले तो कर्मचारियों ने डॉक्युमेंट दिखाने में आनाकानी की लेकिन सख्ती के बाद डॉक्युमेंट दिखाए। जिनमें भी काफी कमियां मिलीं। बाद में टीम ने यहां से डॉक्युमेंट जब्त किए गएं। इसके अलावा यात्रिक, सिविल एंड मिलिट्री, वसुंधरा-इन होटलों में भी चेकिंग की, जहां टीम को कई खामियां मिलीं। उधर, शाम को डीडीपुरम स्थित होटलों में छापेमारी की। यहां भी सबकुछ गोलमाल मिला।
सिर्फ ख्फ् होटल चुका रहे लग्जरी टैक्स
जिला पर्यटन अधिकारी प्रीति श्रीवास्तव ने बताया कि बरेली में क्क्ख् होटल हैं। इनमें से सिर्फ ख्फ् ही लग्जरी टैक्स जमा कर रहे हैं। इनमें से कई होटल छोटे हैं जो लग्जरी टैक्स के दायरे में नहीं आते लेकिन कई ऐसे हैं जो लग्जरी टैक्स चुकाने में बड़ा खेल कर रहे हैं। इसलिए कई दिनों से इन होटलों पर नजर रखी जा रही थी.जिसपर मंडे को होटलों में चेकिंग की गई। वहीं सबसे बड़ी खामी बिल बुक में मिली। जोकि पर्यटन विभाग से सत्यापित नहीं थीं। क्योकि होटलों में पर्यटन विभाग से सत्यापित बिल बुक ही होनी चाहिए। इसके अलावा किसी भी होटल में टैरिफ कार्ड नहीं डिस्प्ले था।
क्या है लग्जरी टैक्स
ऐसे होटल जिसमें किसी भी तरह के कमरे का किराया अगर एक हजार रुपये से अधिक है तो उसे लग्जरी टैक्स चुकाना होता है। चाहें कमरे में एक शख्स ठहरे या फिर उससे अधिक। लग्जरी टैक्स कुल किराया का भ् परसेंट लिया जाता है। इसके लिए होटलों को पर्यटन विभाग से सत्यापित बिल बुक ही रखनी होती है।
ऐसे करते हैं खेल
लग्जरी टैक्स चुकाने के लिए बिल बुक में रेट दिखाने होते हैं लेकिन होटल मालिक ऐसा ना करके रेट में खेल करते हैं। इसके लिए रेट 9भ्भ्, 97भ् या 999 भी दिखाते हैं। बरेली में भी ज्यादातर होटल इस तरह का खेल कर रहे हैं।
लग्जरी टैक्स चोरी होने की शिकायतें मिली थीं। पर्यटन विभाग और इंटरटेनमेंट विभाग के साथ ज्वाइंट छापेमारी की गई। कई खामियां मिली हैं। डाक्युमेंट का आंकलन कर होटलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उमेश कुमार मंगला, सिटी मजिस्ट्रेट बरेली