- फायर फाइटिंग सिस्टम के संचालन के लिए की जा रही कवायद
- ऑक्सीजन पाइप लाइन का भी खाका तैयार
बरेली : 300 बेड कोविड हॉस्पिटल को जल्द ही मल्टी स्पशियलिटी हॉस्पिटल बनाने की तैयारी है। इसी कड़ी में अस्पताल के भवन में आई खामियां दूर करने की कवायद शुरू हो गई है। स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों ने साफ किया है कि फायर फाइटिंग सिस्टम के लिए अंडरग्राउंड वाटर टैंक निर्माण निगम से ही बनवाया जाएगा। दरअसल, 300 बेड अस्पताल के भवन में विभिन्न वार्ड, प्रशासनिक भवन आदि के लिए 23 हजार लीटर टैंक से वाटर सप्लाई होती है। कार्यदायी संस्था निर्माण निगम ने फायर फाइटिंग सिस्टम को भी इसी टैंक से जोड़ दिया, जो गलत है। हैंड ओवर प्रक्रिया शुरू करने से पहले हुए संयुक्त सर्वे में ये खामियां सामने आई थीं। हाल में हुई बैठक में स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों ने ओवरहेड वाटर सप्लाई की लाइन की जगह फायर फाइटिंग सिस्टम को ओवरहेड टैंक से जोड़ने को कहा है।
पाìकग व ड्रेनेज सिस्टम भी बनाना होगा
बैठक में यह भी तय हुआ कि 300 बेड अस्पताल परिसर में पाìकग व ड्रेनेज सिस्टम भी अभी तक नहीं है। हैंडओवर करने से पहले इसे भी बनाना होगा। यही नहीं, परिसर के अंदर ही जिस आवासीय क्षेत्र में रंग-रोगन नहीं हुआ, वहां पुताई की जाएगी।
निर्माण निगम ही भरेगा दरारें
अस्पताल परिसर में जो भी काम निर्माण निगम ने कराए हैं, उनमें कुछ जगह खामियां आ गई हैं। मसलन, कुछ जगह दीवार में दरार आ चुकीं। वहीं कहीं टाइल धंस गए हैं। इन्हें भी निर्माण विभाग ही दुरुस्त कराएगा।
पाइपलाइन से 1.65 करोड़ रुपये की ऑक्सीजन
300 बेड अस्पताल का भवन जब बन रहा था, तब तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधिकारी विजय यादव ने जनरल वार्ड में ऑक्सीजन की पाइपलाइन बिछवाई थी। ऐसे में निर्माण निगम को जनरल वार्ड में ऑक्सीजन पाइप लाइन नहीं डालनी होगी। इससे 1.65 करोड़ रुपये निर्माण निगम के पास बचेंगे।
300 बेड हॉस्पिटल में अंडर ग्राउंड वाटर टैंक सिस्टम बनाने की योजना बनाई गई है। वहीं अन्य मानकों को भी जल्द पूर्ण कराने के प्रयास किए जा रहे हैं जिससे हॉस्पिटल जल्द से जल्द हैंड ओवर किया जा सके।
डॉ। रंजन गौतम, एसीएमओ।