- मल्टी स्पेशलिटी के लिए डेवलप करने को की जा रही कवायद
- बिना मानव संसाधन के कैसे शुरु होगा हॉस्पिटल
बरेली : 300 बेड कोविड हॉस्पिटल का स्वरुप अब बहुत जल्द बदलने वाला है, जिसके लिए शासन की ओर से कवायद तेज कर दी गई है। कोविड का संकट कम होने के बाद अब हॉस्पिटल मल्टी स्पेशियलिटी के रुप में विकसित किया जाएगा, जिसके लिए शासन की ओर से सैटरडे को 10 वेंटिलेटर भी प्रबंधन को उपलब्ध करा दिए गए हैं। लेकिन गौर करने वाली बात ये है कि यहां कई यहां मानव संसाधन की कमी के चलते नई व्यवस्था अमल में लाना संभव नजर नहीं आ रहा है।
इंस्टॉल करने के लिए इंजीनियर आएंगे
शासन की ओर से दो दिन पहले हॉस्पिटल को जल्द से जल्द मल्टी स्पेशलिटी बनाया जा सके इसके लिए उपकरण उपलब्ध कराने को पत्र भेजा गया था, सेटर डे को वेंटिलेटर भी भेज दिए गए हैं वहीं जल्द ही इनको इंस्टाल करने की प्रक्रिया इंजीनियर्स की ओर से पूर्ण की जाएगी।
मानव संसाधन जुटाने को सीएमओ से गुहार
300 बेडेड हॉस्पिटल के सीएमएस डॉ। वागीश वैश्य से सेटरडे को सीएमओ डॉ। एसके गर्ग से मुलाकात कर कई माह से मानव संसाधन की कमियों के बारे में अवगत कराया, जिस पर सीएमओ ने शासन को पत्र भेजने की बात कही है।
इन कर्मचारियों की कमी
- जनरेटर ऑपरेटर
- इलेक्ट्रिशियन
- पंप ऑपरेटर
- फायर सेफ्टी ऑपरेटर
- सिक्योरिटी गार्ड
शासन से होगी नियुक्ति
हॉस्पिटल प्रबंधन को शासन की ओर से जो पत्र भेजा गया है इसमें साफ है कि हॉस्पिटल में उपकरणों उपलब्ध हो जाने के बाद हॉस्पिटल के संचालन के लिए शासन स्तर से पद स्वीकृत कर नियुक्ति की जाएगी।
100 बेड की आवश्यकता
सीएमएस के अनुसार कोविड हॉस्पिटल बनने के बाद यहां कंपनी के माध्यम से जो पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है उनके लिए आवास भी आरक्षित हैं जहां हॉस्पिटल के 90 बेड आवासों पर भेजे गए थे ऐसे में मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल डेवलप होने पर 100 बेड की आवश्यकता होगी।
बदला जाएगा हॉस्पिटल का नाम
अभी कोरोना फ्लू कार्नर में जो भी पेशेंट्स आ रहे हैं वहां जो पर्चा बनाया जा रहा है वह महाराणा प्रताप संयुक्त चिकित्सालय के नाम दर्ज हैं लेकिन अब हॉस्पिटल का नाम भी बदला जाएगा जिसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों का सहयोग मांगा जाएगा।
शासन की ओर से हॉस्पिटल को मल्टी स्पेशलिटी बनाने का आदेश आया है, वहीं वेंटिलेटर भी भेजे गए हैं, हालांकि अभी मानव संसाधन की कमी के चलते कई व्यवस्थाएं प्रभावित हो रही हैं, उच्चाधिकारियों को मामले से अवगत कराया गया है।
डॉ। वागीश वैश्य, सीएमएस, 300 बेड कोविड हॉस्पिटल