- पुरानी हाईटेंशन लाइन को डेड कर नई लाइन से की जाएगी बिजली सप्लाई

- अप्रैल 2015 तक पुराने हाईटेंशन लाइन को डेड करने का काम हो जाएगा पूरा

BAREILLY: बीते सैटरडे एक साथ तीन जिंदगियों और एक बेजुबान को मौत का 'करंट' देने वाली हाईटेंशन लाइन अब खुद 'डेड' होने वाली है। सिटी के सैकड़ों घरों के ऊपर मंडरा रहे इस खतरे का इलाज आखिरकार पॉवर कॉरपोरेशन ने निकाल लिया है। सिटी में बहुत जल्द नई लाइन बिछाने के बाद घरों के ऊपर से गुजर रही पुरानी हाईटेंशन लाइनों को डेड कर दिया जाएगा। इस वित्तीय वर्ष तक बिजली विभाग द्वारा काम पूरे कर लिए जाएंगे। पॉवर कॉरपोरेशन के इस डिसीजन से वे शहरवासी राहत की सांस लेंगे जिनके सिर पर दिन रात मौत नाचती रहती है। गौरतलब है कि शहर में पिछले पंद्रह दिनों में दो बड़े हाईटेंशन हादसे हो चुके हैं। एक दुर्गानगर और दूसरा चनेहटा। इन दो जगहों पर हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर 5 लोगों ने अपनी जान गंवा दी।

हाईटेंशन लाइनें होंगी डेड

पहले फेज में बिजली विभाग दुर्गानगर, गोपाल नगर, जोगी नवादा, संजय नगर, सुरेश शर्मा नगर में नई लाइनों को बिछाने का काम करेगा। विभाग का मानना है कि इन जगहों पर सबसे अधिक घनी आबादी है इसलिए यहां दुर्घटना होने के चांसेस भी ज्यादा हैं। बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नई हाईटेंशन लाइन को नए सब स्टेशन से जोड़ा जाएगा ताकि बिना बिजली सप्लाई बाधित किए काम हो सके। लाइनों को बिछाने का काम सिस्टमेटिक ढंग से कंप्लीट होगा। मसलन लाइनों को गलियों और सड़कों के साइड से गुजारा जाएगा। पोल भी ऐसे जगह पर लगाए जाएंगे जहां से गलियां कट रही हैं। काम पूरा होने के बाद शहर की बिजली सप्लाई इन नई लाइनों से कर पुरानी हाईटेंशन लाइनों के बिजली कनेक्शन काट दिए जाएंगे। मतलब लोगों के घरों के ऊपर से गुजरने वाली ये मौत की लाइनें खुद डेड हो जाएंगी।

सात नए सब स्टेशन से जुड़ेगी एचटी लाइन

इन हाईटेंशन लाइनों को पहले से वर्क कर रहे सब स्टेशन की बजाय नए बनने वाले सब स्टेशन से जोड़ा जाएगा। वर्तमान समय में जो सब स्टेशन हैं वो नई लाइन की लोकेशन में नहीं आ रहे। इसकी वजह से सिस्टमेटिक ढंग से लाइन बिछाने में दिक्कत आएगी। यही वजह है कि हाईटेंशन लाइन को नए सब स्टेशनों से ही जोड़ा जाएगा। इसके लिए शहर में सात नए सब स्टेशन बनाए जाने की योजना है। अधिकारियों ने एडमिनिस्ट्रेशन और सामाजिक समितियों की मदद से एरिया वाइज जमीन भी फाइनल कर ली है। बिजली विभाग द्वारा जो नए सब स्टेशन बनाए जाने हैं, उनमें मढ़ीनाथ, मिशन कपाउंड, सुभाषनगर सेकेंड, सैटेलाइट या बीसीबी, मिनी बाईपास, सनसिटी विस्तार और दुर्गानगर शामिल हैं।

300 करोड़ रुपए आएगा खर्च

इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में करीब 300 करोड़ रुपए का खर्च आएगा.नए सब स्टेशन बनाने, हाईटेंशन लाइन बिछाने, नए पोल लगाने के साथ ही लाइनों की उच्चीकरण और सब स्टेशन की क्षमता वृद्धि सहित अन्य काम विभाग ने शुरू कर दिए हैं। बिजली विभाग के एक्सईएन नंदलाल ने बताया कि अप्रैल 2015 तक हाईटेंशन लाइनों के रूट चेंज करने का लक्ष्य रखा गया है।

आए दिन होते हैं हादसे

प्रेजेंट वक्त हाईटेंशन लाइन शहर के मैक्सिमम एरिया में लोगों के घरों पर मौत बनकर दौड़ रही है। जिन जगहों पर पहले से हाईटेंशन लाइन है वहां पर कॉलोनाइजर ने बीडीए की मिलीभगत से अनियोजित तरीके से मकान बनवा दिए हैं। जबकि जगतपुर, संजय नगर जैसे एरिया में सस्ती जमीन की लालच में आकर लोगों ने खुद ही हाईटेंशन लाइन के नीचे मकान बना रखे हैं। इस साल हाईटेंशन लाइन से एक दर्जन से अधिक व्यक्तियों और बेजुबानों की मौत हो चुकी है। जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं।

नए सिरे से लाइन बिछाने का काम हो रहा है। काम पूरा होने के बाद लाइनों के रूट परिवर्तित कर दिए जाएंगे। लाइनों को बिछाने का काम इस वित्तीय वर्ष में कंप्लीट हो जाने की उम्मीद है।

आरपी दुबे, एसई, अर्बन बिजली विभाग