BAREILLY: स्टूडेंट्स हिंदी को हल्के में ले लेते हैं और इसे छोड़कर दूसरे सब्जेक्ट्स पर ज्यादा फोकस करते हैं। कई बार इसके कारण उनका नंबर हिंदी में कम हो जाता है, जो उनके टोटल नंबरों को प्रभावित करता है। इसमें फ्भ्-फ्भ् नंबर के दो प्रश्नपत्र आते हैं। हिंदी की अच्छी तैयारी आपके रिजल्ट को अच्छा बना सकती है। लेकिन ध्यान रहे ये एक मात्र ऐसा विषय है जिसमें फुल मार्क्स लाना आसान नहीं। चालिए जाने इसमें अच्छा परफॉर्म करने के ि1लए मंत्र।
पहले रचना का सार समझें
हिंदी प्रथम प्रश्न पत्र में गद्य व काव्य खंड की व्याख्या लांग क्वेश्चन में लिखने को आती है। ऐसे अवतरणों की व्याख्या हमेशा अपने शब्दों में दें। व्याख्या हमेशा प्रसंग सहित करें और काव्य अवतरण में काव्य सौंदर्य का वर्णन जरूर करें। सुक्ति वाक्य की व्याख्या के प्रश्नों में संदर्भ साहित रचनाकार के भावों का अपने शब्दों में वर्णन करें। जीवन परिचय व रचना लिखने के लिए प्राचीन और आधुनिक कवियों में से एक-एक का परिचय जरूर तैयार कर लें। कवि की रचनाओं का उल्लेख जरूर करें, लेकिन कभी भी गलत रचनाएं न लिखें। कथा भारती से कहानियों का सारांश लिखने को आता है, इसके लिए कहानियों को एक बार ध्यान से पढ़ने भर से आप इनका सारांश लिख पायेंगे, सारांश के साथ पाठ का उद्देश्य भी लिखें। त्यागपथी खण्ड काव्य में दिए सर्गो का सारांश समझें, इस तरह आप इसके मुख्य पात्रों को चरित्र चित्रण चित्रित कर पायेंगे। चरित्र चित्रण में पात्रों के मुख्य संवाद को प्रमाण स्वरुप मेंशन करने से अच्छा इफेक्ट पड़ेगा। हिंदी ्ररटने की कोशिश न करते हुए तैयारी करें।
सेकेंड पेपर में व्याकरण पर दें ध्यान
हिंदी द्वितीय प्रश्न पत्र के लिए संस्कृत दिग्दर्शिका को अच्छी तरह स्टडी करें। इसमें से गद्य व काव्य अवतरण का हिंदी अनुवाद पर प्रश्न आता है। अनुवाद का अर्थ समझते हुए सीमित शब्दों में लिखें और संदर्भ जरूर दें। जबकि संस्कृत सुक्ति की व्याख्या वाले प्रश्न में इसके सार को समझते हुए इसकी व्याख्या करें। व्याकरण के पोर्शन में संस्कृत व्याकरण से प्रश्न ज्यादा आते है, इसमें संधि-विच्छेद, शब्द के धातु रूप, विभक्ति, लकार, वचन याद करें। इसके अलावा शब्द युग्म, वाक्यों का संस्कृत अनुवाद से संबंधित प्रश्नों के लिए व्याकरण के बेसिक जरूर समझे। हिंदी व्याकरण से लोकोक्ति व मुहावरे, संधि सुक्ति, शब्द रूप, वाक्यों का शुद्धि करण से संबंधित प्रश्न आते हैं। रस, छंद, अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित याद करें। प्रभावी निबंध लेखन के लिए प्रस्तावना और उप संहार को सधा हुआ लिखें। पत्र लेखन का फार्मेट समझ लें, इसमें अखबार के संपादक या किसी अधिकारी को शिकायती पत्र लिखने के लिए आता है।
इन पर भी दें तवज्जो
हिंदी को लंबे उत्तर लिखने का विषय समझने की गलती न करें। उत्तर को अनावश्यक विस्तार न दें।
ओवर राइटिंग न करें, इससे आत्मविश्वास की कमी झलकती है।
व्याख्या में रचना के भाव को समझ अपने शब्दों में लिखें
अपने सिलेबस में दिये गए खंड काव्य के ही प्रश्न हल करें
दूसरे खंड काव्य को अटेंप्ट करने पर मार्क्स नही दिये जाते।
हिंदी में स्टूडेंट्स हलंत और वर्तनी की गलतियां बहुत करते हैं। इससे शब्द का अर्थ ही बदल जाता है। इससे बचने के लिए हमेशा लिखकर याद करें। एग्जाम देते वक्त हड़बड़ी में न रहे, पेपर पढ़ने के लिए दिये जाने वाले क्भ् मिनट का पूरा इस्तेमाल करें।
- गौरव दीक्षित, हिंदी प्रवक्ता-जयनारायण इंटर कॉलेज