- भुता में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से किसान की मौत

- एक महीने पहले भी एजाज नगर गौटिया में बच्चे की हो गयी थी मौत

BAREILLY:

भुता के गांव उदयपुर भीकमपुर में खेत में काम कर रहे एक किसान पर हाईटेंशन तार मौत बनकर गिर पड़ा, जिसके उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया।

गांव में फैली दहशत

ब्0 वर्षीय ओमकार सुबह म् बजे गन्ने के खेत की क्यारियां बना रहा था। उसी वक्त उसके खेत के ऊपर से गुजर रही क्क् हजार केवीए की लाइन उसके ऊपर टूटकर गिर पड़ी। करंट लगने से ओमकार बुरी तरह से झुलस गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गयी। पत्‍‌नी मायादेवी व परिवार का रो-रो कर बुरा हाल था। तार गिरने की घटना से ग्रामीणों में काफी दहशत फैल गई। हाईटेंशन तार गुजरने वाले खेतों में लोग जाने से डर रहे हैं।

मौके पर पहुंची पुलिस

किसान की मौत की खबर मिलते ही मौके पर तुरंत तहसीलदार उद्भव त्रिपाठी, थाना अध्यक्ष हरेंद्र सिंह पहुंच गए। पुलिस ने डेडबॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। ओमकार के तीन लड़के और चार लड़कियां हैं। बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है। परिजनों हादसे के लिए बिजली विभाग को जिम्मेदार ठहराया। परिजनों को कहना था कि, यदि जर्जर तार समय पर बदल दिया गया होता तो, आज यह घटना नहीं हाेती है।

हादसे हो रहे और विभाग खामोश

उदयपुर भीकम की घटना से पहले भी तमाम स्थानों पर लोग हाईटेंशन तार की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं। कहीं तार घरों के करीब जाने की वजह से लोग करंट की चपेट में आए हैं, तो कहीं तार मौत बनकर गिरा है। अफसोस की बात है कि बिजली विभाग इन घटनाओं से अभी तक सबक नहीं ले पाया, जिसके चलते हादसों पर लगाम लगाना संभव नहीं हो रहा है। एक महीने पहले शहर के एजाज नगर गौटिया में बच्चे की मौत टूटकर गिरे तार की चपेट में आने से हुई थी। वहीं पांच दिन पहले बाकरगंज के किन्नर वाली गली में लाइन गिरने से तीन लोग घायल हो गए थे। ऐसी घटनाओं की संख्या एक दर्जन से भी अधिक हो चुकी है।

पहले नहीं थी यह स्थिति

सन ख्000 के पहले विद्युत विभाग की यह जर्जर स्थिति नहीं थी। उस समय केस्को यानि कानपुर इलेक्ट्रिक सप्लाई अथॉरिटी के अंतर्गत सारे काम होते थे। लेकिन, ख्00फ् में जिस उद्देश्य के साथ डिस्ट्रिब्यूशन अंडर टेकिंग स्कीम के तहत यूपीपीसीएल को चार भागों में बांटा गया। वह नाकाम साबित हो रहा है।

प्रॉपर नहीं होती है जांच

शहर ही नहीं गांव में जर्जर लाइनों का जाल बिछा हुआ है, लेकिन इनकी प्रॉपर मॉनीटरिंग कर विभाग इसे बदलने का प्रयास समय से नहीं कर पा रहा है, जिसका नतीजा सबसे सामने है। आए दिन लोग मौत के काल में समां रहे है। हाईटेंशन लाइन की बात तो छोडि़ए एलटी लाइनों में कई जोड़ देखने को मिल जाएंगे। जगतपुर, संजय नगर सहित अन्य एरियाज में तो आलम यह है कि, हाईटेंशन लाइन लोगों के घरों के उपर से गुजर रहे है। जबकि, नियमत: घर से हाईटेंशन लाइन के बीच भ् मीटर का डिस्टेंश होने चाहिए।