-मारे जाने के डर से पानी की टंकी पर चढ़ा
-थर्सडे को जेल से हुआ था रिहा
-कई घंटे तक चला हाई वोल्टेज ड्रामा
BAREILLY: कूद जाऊंगा, फांद जाऊंगाशोले फिल्म का यह डायलॉग तो आपको याद ही होगा। कुछ इसी तरह का ड्रामा फ्राइडे को सेंट्रल जेल में देखने को मिला। यहां पानी की टंकी पर एक शख्स चढ़ गया। मौके पर जेल स्टाफ, पुलिस व फायर डिपार्टमेंट की टीमें उसे उतारने के लिए पहुंच गईं। कई घंटे चले ड्रामे के बाद वह खुद ही नीचे उतर आया। नीचे उतरने पर उसने घर जाने पर जान का खतरा बताया। पुलिस सुरक्षा में उसे घर भेज ि1दया गया।
हत्या के प्रयास में जेल में बंद था
सेंट्रल जेल की टंकी पर चढ़े युवक का नाम छोटेलाल मौर्या उर्फ छोटा है। छोटेलाल मुरावपुरा इस्लामनगर बदायूं का रहने वाला है। वह सेंट्रल जेल में ख्009 से हत्या के प्रयास के आरोप में सजा काट रहा था। एक महीने पहले उसकी सजा पूरी हो गई थी, लेकिन एक हजार रुपए जुर्माना ना भरने के चलते वह जेल में ही बंद था। एक हजार रुपए जमा होने पर थर्सडे दोपहर क्ख् बजे जेल प्रशासन द्वारा रिहाई का आदेश जारी कर दिया गया। शाम के वक्त उसे जेल से रिहा कर दिया गया।
रात में नहीं गया घर
जेल से रिहा होने के बाद भी वह घर नहीं गया। रात में वह जेल परिसर में ही सो गया। सुबह वह जेल परिसर में बनी पानी की टंकी पर चढ़ गया। जैसे ही जेल प्रशासन को इसकी खबर लगी तो जेल स्टाफ मौके पर पहुंचा और उसे उतारने का प्रयास किया, लेकिन उसने नीचे कूदने की धमकी दी। जब उससे जेल प्रशासन ने टंकी पर चढ़ने की वजह पूछी तो उसने घर जाने पर जान का खतरा बताया। मौके पर इज्जजतनगर एसएचओ व फायर डिपार्टमेंट की टीम को भी बुलाया गया।
दो सिपाहियों के साथ भेजा गया घर
पुलिस व फायर डिपार्टमेंट ने उसे नीचे उतारने का प्रयास किया, लेकिन वह नीचे नहीं उतरा। इस तरह से कई घंटे तकड्रामा चला, लेकिन एक कैदी टंकी पर चढ़कर गया और उससे बात की तो वह खुद ही नीचे उतरकर आ गया। नीचे उतरने पर उसने बताया कि वह घर जाएगा तो उसे विपक्षी लोग जान से मार देंगे। एसएचओ इज्जतनगर मोहम्मद कासिम का कहना है कि उसे दो सिपाहियों के साथ घर भेज दिया गया।