हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट

हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट यूपी ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की काफी पुरानी योजना है। यूपी से पहले यह योजना साउथ में भी लागू हो चुकी है। इसके तहत नये-पुराने सभी वाहनों का नम्बर प्लेट बदल कर हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट से लैस कर दिया जाएगा। हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट की खास बात ये होगी कि इसमें विशेष तरह का चिप लगा होता है। उसकी डिटेल केवल स्पेशल कम्प्यूटराइज्ड मशीन से ही पढ़ी जा सकेगी। इस नम्बर प्लेट पर अंकित नम्बर को कुछ दूर से ही पढ़ा जा सकेगा। क्योंकि नम्बर लिखने में रेडियम का यूज होगा, जो रात में भी चेकिंग करने वाली पुलिस को काफी दूर से नजर आएगी।

कैसे रुकेगी चोरी

हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट को शुरू करने के पीछे डिपार्टमेंट का उद्देश्य वाहनों की चोरी पर लगाम लगाना है। क्योंकि हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट कुछ इस तरह से निर्मित होगा कि अगर इसे खोलने का प्रयास किया गया तो ये टूट जाएगा और किसी भी काम का नहीं रहेगा। ऐसे में कोई वाहन की चोरी कर नम्बर प्लेट बदल कर सड़क पर उस वाहन को बिल्कुल नहीं चला सकेगा। चोरी के वाहन का नम्बर प्लेट बदल कर असमाजिक तत्व किसी वारदात को अंजाम देकर आराम से फरार हो जाते हैं लेकिन इसके लागू होने से असमाजिक तत्व ऐसे नहीं कर सकते हैं। ऐसा करने से वो मुश्किल में पड़ जाएंगे। हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट से गाडिय़ों की ऑटोमेटिक ही सिक्योरिटी शुरू हो जाएगी।

टेंडर को लेकर थी प्रॉब्लम

हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट की योजना वर्ष 2000 से चली आ रही है लेकिन किसी न किसी प्रॉब्लम से इसे अब तक अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है। पिछले साल ही शुरू हो जाने वाली इस योजना पर तब ग्रहण लग गया था। उस वक्त इसके टेंडर के लिए किसी भी एजेंसी ने कोई रुचि नहीं दिखाई। इस वजह से इस योजना में लगातार देरी होती चली गई। अब फाइनली किसी एजेंसी ने इसका टेंडर ले लिया है और जल्द ही इस पर कार्य शुरू कर दिया जाएगा। नए साल का तोफहा बरेलियंस को मिलेगा।

कब से मिलेगी सुविधा

माना जा रहा है इलेक्शन में बिजी रहने के कारण इसे फिलहाल शुरू नहीं किया जाएगा लेकिन इलेक्शन के बाद से इस पर तेजी से कार्य प्रारम्भ कर दिया जाएगा। नये साल पर बरेलियंस को हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट का तोहफा मिलना      तय है।

स्पेशल मशीन से होगी चेकिंग

हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट को यूं ही नहीं पढ़ा जा सकेगा। आंखों से केवल प्लेट पर लिखा नम्बर ही नजर आएगा लेकिन जब नम्बर प्लेट को स्पेशलन कम्प्यूटराइज्ड मशीन से चेक किया जाएगा तो इसमें गाड़ी का चेचिस नम्बर, रजिस्ट्रेशन नंबर, वाहन मालिक के नाम सहित कई और भी महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध हो सकेगी.  इसके लिए नम्बर प्लेट तैयार करने वाली कम्पनी की ओर से ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के चेकिंग दस्ते को स्पेशल ट्रेनिंग भी दी जाएगी। ताकि किसी तरह की गड़बडी न हो।

कुछ दिनों पहले खबर मिली थी कि हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट योजना पर काम शुरू हो चुका है। निर्देश आने पर यहां भी इस योजना पर काम शुरू कर दिया जाएगा।

-शिव पूजन त्रिपाठी

आरटीओ, बरेली