सहारनपुर के गीतू हत्याकांड में आरोपियों को फंासी की कर रहे थे मांग

पुलिस ने लाठियां भांजकर खदेड़ा

BAREILLY: थर्सडे को कमिश्नर आफिस में गीतू हत्याकांड के समर्थन में आए सैकड़ों लोगों ने जमकर बवाल किया। कमिश्नर के आफिस के गेट के अंदर तक घुस गए और कांच का गेट तोड़ने का प्रयास किया। जब कमिश्नर मीटिंग छोड़कर बाहर ज्ञापन लेने पहुंचे तो लोगों ने उनका भी घेराव किया। आखिर कमिश्नर के आश्वासन के बाद ही लोग शांत हुए। बवाल करने वालों में महिलाएं भी शामिल थीं। वायरलेस पर कमिश्नर का मैसेज चलते ही एसपी सिटी, सीओ सिटी व एसएचओ फोर्स के साथ पहुंच गए और समर्थकों को खदेड़ दिया। यहां से लोग एसएसपी आफिस भी पहुंच गए। जैसे ही पुलिस को इसकी खबर मिली तो सीओ व एसएचओ वहां पहुंचे और लोगों को डंडा फटकारते हुए खदेड़ दिया। लोग बैनर छोड़कर भाग खड़े हुए। पुलिस ने कैलाश और राहुल को पकड़ लिया और उन्हें कोतवाली ले गई।

अंदर तक घुस गए समर्थक

बता दें कि बसपा के पूर्व विधायक विजय पाल सिंह की बेटी गीतू की सहारनपुर में दहेज के खातिर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस गीतू के पति असिस्टेंट कमिश्नर कमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट अश्रि्वनी कुमार, ससुर रिटायर्ड जज और सास को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। वर्तमान में गीतू का परिवार सुभाषनगर में रहता है। थर्सडे को एक संगठन के लोग गीतू के हत्यारों को फांसी दिलाने की मांग करते हुए कमिश्नर आफिस में ज्ञापन देने पहुंच गए। यहां पर कमिश्नर धान खरीद को लेकर मीटिंग कर रहे थे। सैकड़ों की संख्या में जब समर्थक कमिश्नर आफिस पहुंचे तो वहां पर दो लेडी एसआई और कुछ महिला पुलिसकर्मी मौजूद थे। यहां पर तैनात सुरक्षा कर्मियों ने मीटिंग का हवाला देते हुए कुछ देर वेट करने के लिए कहा लेकिन महिलाएं व पुरुष जमकर नारेबाजी करने लगे और अंदर तक घुस गए।

मैं पुलिस को धन्यवाद देता हूं

सूचना भेजने के घंटाभर बाद भी जब पुलिस नहीं पहुंची तो कमिश्नर का पारा चढ़ गया, क्यों कि सैकड़ों की भीड़ अंदर तक आ गई थी। वायरलेस पर तंज मारते हुए कमिश्नर ने कहा कि एक घंटा तक न पहुंचने के लिए मैं एसएसपी, एसपी सिटी, सीओ सिटी और कोतवाली पुलिस को धन्यवाद देता हूं।

उन्होंने डीजीपी और प्रमुख सचिव को भी रिपोर्ट भेजने की बात कही तो तुरंत मौके पर सभी पुलिस अधिकारी और पुलिसकर्मी कमिश्नरी पहुंच गए। उसके बाद एसएचओ ने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों को जमकर लताड़ लगायी। दो महिला दरोगाओं को भी हड़काया क्योंकि वो बिना डंडा लेकर पहुंची थीं। फिर जो भी दिखा उसे वहां से खदेड़ दिया गया। पुलिस आफिस में भी पहुंचे लोगों को खदेड़ा गया।