बरेली (ब्यूरो)। जिले में फ्राइडे को सुबह से ही सूरज ने आंखें दिखानी शुरू कर दीं। दोपहर को जिले में तापमान 40 डिग्री के बाद शाम चार बजे तक 32 डिग्री तक पहुंच गया। दिन में घर से बाहर निकलने वालों को लू के थपेड़े लगते रहे। हालांकि लू कम चली, लेकिन तेज उमस और गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया।

होगा बड़ा असर
मौसम विज्ञानी डॉ। आरके सिंह ने बताया कि फ्राईडे को साढ़े छह किमी प्रति घंटा की स्पीड से हवा चली। ऐसे में इस महीने लंबे समय तक बाहर रहने से बचें, दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे के बीच घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए। क्योंकि इस टाइम टेंपरेचर सबसे अधिक होता है। उनके अनुसार 17 मई से 28 मई तक हीट वेब का बड़ा असर देखने को मिलेगा, लेकिन 23 मई तक अधिकतम तापमान 45 से 48 डिग्री और न्यूनतम तापमान 30 डिग्री तक रहने का अनुमान है।

पिछले 10 वर्षों का तापमान डिग्री सेल्सियस में
ईयर मैक्सिमम मिनिमम
2010 43 36
2011 43 33
2012 44 37
2013 43 37
2014 43 36
2015 45 36
2016 43 29
2017 43 34
2018 44 35
2019 44 36
2020 43 30
2021 40 26
2022 42 34
2023 42 29
2024 42 35


पिछले 10 दिनों का तापमान डिग्री सेल्सियस में
डेट मैक्सिमम मिनिमम
17 मई 42 26
16 मई 40.6 24.4
15 मई 38.7 23.4
14 मई 39.3 20.9
13 मई 38.5 19.5
12 मई 37.1 16.8
11 मई 34.9 18.3
10 मई 36.3 19.8
09 मई 36.4 21.2
08 मई 35.8 21.7
07 मई 34.5 20.7
06 मई 32.1 19.3

अधिक टेंपरेचर घातक
ह्यूमन बॉडी धूप में अधिक देर तक रहने से प्रॉब्लम होती है। एक्पट्र्स की मानें तो ह्यूमन बॉडी सबसे ज्यादा 42.3 डिग्री सेल्सियस तक कंट्रोल कर सकती है। इसके उपर जाने के बाद स्थिति नुकसानदेह हो जाती है। बता दें कि हीट स्ट्रोक एक जानलेवा स्थिति पैदा कर देता है। इसमें व्यक्ति को भ्रम, दौरे और चेतना की हानि होने तक का अनुभव होने लगता है।

ये होती हैं प्रॉब्लम्स
-दिन भर धूप में रहने की वजह से बॉडी में कई तरह की बीमारियां आ जाती हैं।
-इससे किडनी, हार्ट, लंग्स और अदर पार्ट को भी प्रॉब्लम हो सकती है।
-डिहाइड्रेशन की वजह से किडनी पर स्ट्रेस पडऩे लगता है।
-टेंपरेचर में लगातार रेगुलेट करने की वजह से बॉडी में ब्लड पंप करने की वजह से हार्ट को ज्यादा काम करना पड़ता है।
-गर्मी में अस्थमा पेशेंट्स को काफी परेशानी हो जाती है। ड्राई एयर या फिर हीटवेव लंग्स को प्रभावित करती है।

कैसे करें बचाव
-टाइम-टाइम पर पानी पीते रहें। बॉडी में पानी की मात्रा कम न होने दें।
-अल्कोहल का कंजप्शन न करें, क्योंकि यह बॉडी को डिहाइड्रेट कर देता है।
-कार्बोनेटेड वॉटर से भी बनाएं दूरी
-खाली पेट बाहर न जाएं
-बॉडी हो रही डिहाइड्रेट
-प्रॉपर डाइट का करें सेवन

प्रशासन की एडवाइजरी
प्रशासन ने हीटवेब को देखते हुए एडवाइजरी जारी की थी। इसमें उनकी ओर से कई सुझाव दिए गए हैं। जैसे कि गर्मियों के पीक ऑर में महिलाएं खाना न बनाए। वहीं महिलाएं खाना बनाते वक्त खिडक़ी, दरवाजे ओपन करके रखें। हाई प्रोटीन फूड ज्यादा खाएं और स्टॉल फूड न खाएं। इसके अलावा एल्कोहल, कॉफी, चाय और कॉर्बोनेटिड ड्रिंक न पिए क्योंकि यह बॉडी को तेजी से डिहाइड्रेट कर देता है।

हीटवेब अभी 23 मई तक चलेगी। इसीलिए दोपहर में घर से बाहर निकलने से बचें। हीटवेब 23 के बाद कुछ कम होगी। टेंप्रचर 44 डिग्री तक पहुंच सकता है क्योंकि हीटवेब चलेगी तो तापमान में भी वृद्धि होगी।
डॉ। आरके सिंह, मौसम विज्ञानी, पंतनगर कृषि विवि

हीटवेब के कारण लोगों को प्रॉब्लम हो सकती है। इसीलिए धूप जिस टाइम अधिक होती है उस टाइम घर के बाहर निकलने से बचें। खासकर बच्चों का भी इस टाइम ध्यान रखें। जरूरत पडऩे पर डॉक्टर्स की सलाह लें।
डॉ। अजय मोहन अग्रवाल, फिजिशियन, जिला अस्पताल