बरेली(ब्यूरो)। चुनावी सफर धीरे-धीरे अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहा है। पहले चरण की वोटिंग प्रदेश के नौ मंडलों में थर्सडे को होने से जिले में भी चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैैं। प्रत्याशी जीत-हार का गणित लगा रहे हैैं तो वोटर्स भी पार्षद को चुनने से पहले विचार-विमर्श कर रहे हैैं। ऐसे में चुनाव को ले कर जनता का मूड जानने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम पहुंची वार्ड नंबर 13 शांति विहार में, जहां पब्लिक ने मुखर हो कर अपने विचार रखे।

पब्लिक त्रस्त, ढूंढ़ रही समाधान
वोटर्स का कहना है कि क्षेत्र में बारिश में जलभराव हो जाता है, इस से रोड पर गोबर बहने लगता है। ऐसे में स्कूली बच्चों को भी आवागमन में खासा परेशानी का सामना करना पड़ता है, इस का समाधान होना चाहिए। वार्ड में कई जगह पर वेस्ट कलेक्शन भी नहीं होता है, जिससे जगह-जगह गंदगी के अंबार लगे रहते हैैं।

समस्याएं मांंगे समाधान
क्षेत्र में कई स्थान ऐसे हैैं, जहां रोड निर्माण अब तक नहीं किया गया है। मजबूरी में स्थानीय लोगों को कच्चे रास्ते पर सफर करना पड़ रहा है। बारिश में जलभराव होने से जनजीवन प्रभावित हो जाता है, प्रमुख मार्ग से रास्ता कट जाता है।

धरातल पर करें विकास
पार्षद ऐसा होना चाहिए जो चुनाव के अवसर पर ही जनता को याद न करे, बल्कि पांच साल के कार्यकाल में अधिकतम समय पब्लिक के बीच जा कर उन की समस्याओं का निस्तारण कर सके। पार्षद का जन समर्पित न होना लोगों को परेशानी का कारण बनता है। इसलिए इस बार उसे वोट दिया जाएगा, जो जनता के प्रति समर्पित होगा। प्रत्याशी कोई भी जीते, लेकिन जनता के लिए विकास ही महत्व रखता है। विकास के वादे को धरातल पर जो उतारे, उसे ही वोट दिया जाएगा।

जनता की सुनें पार्षद
कई बार चुने हुए नेताओं के पास जाते हैैं, लेकिन फिर भी समस्या का समाधान नहीं हो पाता है। ऐसे में बहुत निराशा होती है, चुने हुए नेता को क्षेत्र की समस्याओं की मजबूती से उच्च स्तर पर पैरवी करनी चाहिए। जिस से डेवलपमेंट में तेजी आ सके।

यह भी जानें
वार्ड नंबर 13, शांति विहार
07 करोड़ रुपए बजट खर्च विगत पांच वर्षों में
35000 लगभग आबादी
16357 कुल वोटर्स
8843 मेल वोटर्स
7514 फीमेल वोटर्स

रोड नहीं बनाया गया है, साथ ही नाली निमार्ण न होने से जल निकासी भी नहीं हो पा रही है। बारिश में जलभराव की समस्या होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
राजेश

अगर क्षेत्र की समस्या ले कर चुने हुए नेता के पास जाया जाए, तो उसे समस्या को सुनकर उस के निस्तारण पर ध्यान देना चाहिए। वार्ड मेें लोगों से काम का फीडबैक भी लेना चाहिए।
राजेंद्र प्रसाद

काम के प्रति ईमानदार प्रत्याशी को ही वोट देंगे, जो विकास को प्राथमिकता दे। प्रत्याशी का व्यवहार जीत के बाद भी पहले जैसा ही रहना चाहिए, जिससे जनता आसानी से उन्हें समस्या बता सके।
कुसुम

विकास के वादे तो सब ही करते हैैं, लेकिन जीतने के बाद जो धरातल पर डेवलपमेंट करे, उसे ही जनता बार-बार जीताती है। अपने मत का इस्तेमाल जन सेवक को चुनने के लिए करेंगे।
कोमल देवी

क्षेत्र में कई प्रकार की समस्याएं हैं, जिन का लंबा समय बीतने के बाद भी निस्तारण नहीं किया जा सका है। उस पर जीतने वाले प्रत्याशी को फोकस करना होगा। तभी सतत् विकास हो सकेगा।
रामानंद महतो

रोड निर्माण न होने से बारिश में जलभराव की समस्या होती है। स्कूल जाने वाले बच्चों से ले कर सब ही लोगों को दिक्कत होती है। लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान ही नहीं देते हैैं।
संदीप कुमार

चुने हुए नेता को सभी एरिया में समान रूप से डेवलपमेंट कराना चाहिए, जिस से स्मार्ट सिटी का सपना धरातल पर सच हो सके। प्रत्याशी की कथनी व करनी में अंतर नहीं होना चाहिए।
राकेश राय

आम जनता का फोकस डेवलपमेंट पर होता है। मेयर ऐसा होना चाहिए जो जन सुविधाओं को और बेहतर करे, साथ ही अपने काम के प्रति ईमानदार रहे।
संदीप

सडक़, बिजली, पानी जैसी समस्याओं पर काम करना जरूरी है। जिस से जनता की लाइफ थोड़ी आसान हो सके। साथ ही नेता को चुनाव से इतर भी लोगों से मुलाकात करनी चाहिए।
गुड्डू