BAREILLY: सुभाषनगर में संडे रात अलीगंज से बारात आयी थी। द्वारचार के बाद जयमाल की रस्म शुरू होने वाली थी। बाराती खाने-पीने में लगे थे। स्टेज पर बैठा दूल्हा, दुल्हन के आने का इंतजार कर रहा था। तभी मौके पर दो थानों की पुलिस पहुंच गई। पुलिस देखते ही दूल्हे ने सिर से पगड़ी उतार फेंकी और भाग निकला। पता चला कि दूल्हे पर हत्या का आरोप है और डेढ़ दशक से फरार चल रहा था। दूल्हा पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा। पुलिस ने दूल्हे वाली गाड़ी को पकड़ लिया और ड्राइवर को थाने ले कर आए.

दहेज मामले में है आरोपी

नेकपुर गल्ला मंडी के पास रहने वाले राजकुमार क्रांति पुत्र शंकर ड्राइवर की चौपला के रहने वाले खंजन लाल की बेटी रामादेवी से 2003 में शादी हुई थी। वर्ष 2005 में रामा देवी की मौत के बाद मृतका के भाई प्रेम ने आरोपियों के खिलाफ दहेज हत्या की एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसके बाद से ही पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी, देर रात पुलिस को पता चला कि राजकुमार उर्फ क्रांति अपने छोटे भाई मनोज की शादी के लिए बारात लेकर आया है। सूचना पर पहुंची पुलिस को देख कर सभी बाराती दुल्हन को छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने बताया कि आरोपी सभी हत्या से पहले बरेली में रहते थे। उसके बाद अपनी बहन के घर पर अलीगंज रहने चले गए और उसके बाद वहां से भाग कर दिल्ली रहने लगे। जिससे हाथ नहीं आ रहे थे। महिला थाने में मौजूद ड्राइवर ने बताया कि लड़के पक्ष लोग गाड़ी किराए पर बुक करा कर लाए थे और वह अलीगंज के खेलम से बारात को लेकर नेकपुर आया था। लेकिन शादी के पहले ही पुलिस आ गई और लड़का पक्ष फरार हो गया।


लड़की पक्ष ने किया शादी से इनकार

पुलिस से लड़की पक्ष को लड़के बारे में पता चला की वह हत्या के मामले में आरोपी हैं तो लड़की पक्ष ने भी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि दूल्हा पक्ष के अनुसार ही उन्होंने शादी की। उन्हें नहीं पता थी कि दूल्हा आरोपी है अब वह हत्यारोपी के साथ बेटी का रिश्ता नहीं करेंगे।

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