- तीनों ग्रीन पार्क सोसाइटी के पदाधिकारियों ने की बैठक
- सोसाइटी के पदाधिकारियों ने कहीं कोर्ट जाने की बात
BAREILLY: प्रशासन द्वारा मेन, ग्रेटर व गोल्डेन ग्रीन पार्क को सीलिंग, नहर और नदी की जमीन बताए जाने पर लोगों में नाराजगी है। इस बाबत संडे को तीनों सोसाइटी के पदाधिकारियों और सोबती हाउस के प्रतिनिधियों के बीच एक बैठक हुई। इसमें में कई मुद्दों पर डिस्कशन हुआ। करीब क्ख्00 एकड़ में बसे ग्रीन पार्क को एडमिनिस्ट्रेशन इल्लीगल बता रहा है, जिसको देखते हुए ग्रीन पार्क मैनेजमेंट और एडमिनिस्ट्रेशन एक दूसरे को झूठा साबित करने में लगा है।
एक परसेंट भी विवादित नहीं
बैठक में शामिल पदाधिकारियों का कहना था कि सोबती हाउस की ओर बीडीए, तहसील, राजस्व, सीलिंग चकबंदी विभाग की ओर से एनओसी की कॉपी एडमिनिस्ट्रेशन को सौंपी गई है। सोसाइटी के सभी सदस्यों ने भी डॉक्यूमेंट देखे हैं। एक परसेंट जमीन भी विवादित नहीं है। बावजूद इसके एडमिनिस्ट्रेशन अपनी पावर दिखा रहा है। अगर एडमिनिस्ट्रेशन की बातों में थोड़ी बहुत भी सच्चाई है तो वह सबके सामने लाए।
क्ख् को भेजेगी लिस्ट
उधर एडमिनिस्ट्रेशन अपना पक्ष मजबूत करने में लगा हुआ है। सोबती हाउस से क्भ् दिन का टाइम लिया है। जिससे जांच पड़ताल के बाद तीनों ग्रीन पार्क में कहां और कितनी प्रॉपर्टी इल्लीगल है सबसे सामने ला सके। एडमिनिस्ट्रेशन के लिए गए टाइम के अकॉर्डिग क्ख् तारीख को क्भ् दिन पूरे हो रहे है।
तो जाएंगे कोर्ट
बैठक में शामिल ग्रोल्डेन ग्रीन पार्क के प्रेसीडेंट अभिजीत चक्रवर्ती, ग्रेटर ग्रीन पार्क के सेक्रेटरी एससी आर्या और मेन ग्रीन पार्क के प्रेसीडेंट एमसी गुरहा सहित आरके महाजन सुभाष आर्य का कहना था कि, अगर एडमिनिस्ट्रेशन ज्यादा प्रेशर बनाती है और अपनी मनमानी करती है तो सोसाइटी के सभी पदाधिकारी कोर्ट का सहारा लेंगे।
इस मामले में ग्रीन पार्क के सभी सदस्य एकजुट है। ग्रीन पार्क जब बसाया जा रहा था तो उस टाइम एडमिनिस्ट्रेशन कहां थी। इतने सालों बाद आकर पूरे ग्रीन पार्क को इल्लीगल बताना कहां से जायज है।
अभिजीत चक्रवर्ती, प्रेसीडेंट, गोल्डेन ग्रीन पार्क, रेजिडेंट्स वेलफेयर सोसाइटी
ग्रीन पार्क में रह रहे लोगों को डराने का प्रयास किया जा रहा है। बैठक में कई मुद्दों पर विचार-विमर्श हुए है। अगर एडमिनिस्ट्रेशन अपनी मनमानी करती है तो हम सभी कोर्ट जाएंगे।
आरके महाजन, मेंबर, गोल्डेन ग्रीन पार्क, रेजिडेंट्स वेलफेयर सोसाइटी