माध्यमिक स्कूलों की हालत गंभीर, 34 गवर्नमेंट हाईस्कूलों में 238 शिक्षक पद खाली
BAREILLY:
स्टूडेंट्स के भविष्य के साथ प्रदेश सरकार मजाक कर रही है। इसका एक बड़ा सच है कि डिस्ट्रिक्ट के 34 राजकीय स्कूलों में पढ़ाई महज एक टीचर के भरोसे है। इन स्कूलों में तकरीबन चार हजार से अधिक स्टूडेंट्स पढ़ते हैं और जहां क्लास 6 से 12वीं तक की क्लासेज चलती हैं। ऐसे में इस बात का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन स्कूलों में कितनी पढ़ाई हो पाती होगी। इन बच्चों का भविष्य क्या होगा।
238 शिक्षकों बिना संचालित 34 स्कूल
जिले के 34 राजकीय हाईस्कूल में शिक्षक ही नहीं है। जबकि यहां 4 हजार से अधिक छात्र पढ़ रहे हैं। इन स्कूलों में टीचर के 7-7 पद सृजित हैं, लेकिन अभी तक इनमें टीचर्स की नियुक्ति नहीं हो पायी है। सिर्फ स्कूलों में इंचार्ज टीचर नियुक्त कर संचालन शुरू करा दिया गया है। विभाग का इस संबंध में कहना है कि मंडल में 15 जुलाई तक 256 टीचर्स की नियुक्ति होनी है, लेकिन इसमें जिले को अनुमानित 40 टीचर ही मिल पाएंगे। ऐसे में स्कूलों की दिक्कत में कोई खास राहत न मिलने की संभावना नहीं है।
इंचार्ज ही पढ़ा रहे सभी सब्जेक्ट्स
स्कूलों में सृजित सभी 7 पदों पर जब तक टीचर्स की तैनाती नहीं हो जाती है, तब तक इन स्कूलों में स्टूडेंट्स को एक मात्र टीचर से सभी सब्जेक्ट्स की पढ़ाई करनी पड़े। क्योंकि स्कूलों में टेंप्रेरी बेसिस पर शिक्षक रखने की विभाग न तो अनुमति देता है, और न ही कोई फंड। प्रभारी शिक्षक किसी एक विषय का ही विशेषज्ञ हो सकता है, लेकिन कक्षा 9 व 10 के सभी विषय पढ़ा रहा है, ऐसे में बच्चों को क्वालिटी एजूकेशन किस तरह मिलेगी। इस पर राजकीय हाईस्कूल, पालपुर-कमालपुर के प्रभारी सुभाष डोभाल कहते हैं कि दो कक्षाओं के सभी विषय हमें अपने आप ही पढ़ाने पढ़ रहे हैं। दिक्कत तो है, लेकिन हम पूरी कोशिश करते है, कि इसका असर बच्चों की पढ़ाई पर न पड़े। विभाग से उम्मीद है कि जल्द ही पद पर शिक्षक की नियुक्त करें।
19 के पास बिल्डिंग नहीं, 3 स्कूल निर्माणाधीन
शिक्षक कमी के साथ इन स्कूलों की दूसरी बड़ी दिक्कत बिल्डिंग हैं। 2013-14 में सेक्शन हुए 19 राजकीय हाईस्कूल की बिल्डिंग बनना अभी शुरू नहीं हुई है। इन स्कूलों की कक्षाएं स्थानीय जूनियर हाईस्कूल की बिल्डिंग में संचालित हो रही हैं। जबकि किसी भी जूनियर हाईस्कूल में सीमित कक्षाएं ही होती हैं। ऐसे में छात्र किसी स्थिति में पढ़ाई कर रहे होंगे, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। जबकि, 2010-11 में सेक्शन हुए 3 स्कूलों में अभी सिर्फ एक-दो कमरे बने हैं, जबकि स्कूल निर्माणाधीन है।
शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शासन स्तर पर चल रही है। मंडल में अभी शिक्षकों की नियुक्ति हुई है, बरेली में कितने शिक्षक ज्वाइनिंग लेंगे, ये लास्ट डेट 15 जुलाई के बाद साफ हो जाएगा। आशा है, कि शासन इन स्कूलों के लिए भर्ती प्रक्रिया जल्द पूरी कर लेगा।
- एसपी द्विवेदी, जेडी