5 सितंबर को पीएम नरेंद्र मोदी देश के सभी स्कूली बच्चों को संबोधित करेंगे

सीबीएसई ने इसे कंपलसरी करते हुए जारी की हैं सख्त गाइडलाइंस

लेकिन सरकारी स्कूलों में टीवी तो दूर रेडियो तक के नहीं हैं इंतजाम

BAREILLY: आजाद देश के इतिहास में पहली बार टीचर्स डे के ऑकेजन पर पीएम बच्चों के नाम भाषण देंगे। भ् सितम्बर को पीएम नरेंद्र मोदी देश के सभी स्कूली बच्चों को संबोधित करेंगे। सेंट्रल गवर्नमेंट की एमएचआरडी ने सभी स्कूल्स की रेगुलेटरी एजेंसीज को इसे बच्चों के लिए लाइव प्रसारित करने के निर्देश दिए हैं। सीबीएसई ने तो बाकायदा इसे कंपलसरी करते हुए सख्त गाइडलाइंस भी जारी कर दिए हैं, लेकिन सरकारी स्कूल के बच्चे मोदी के भाषण को सुन नहीं पाएंगे। अभी तक विभाग ने भाषण को लाइव प्रसारित करने के लिए कोई भी इंतजाम नहीं किए हैं। जबकि विभाग ने बीएसए को इसके लिए व्यवस्था करने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं।

शाम को लाइव होगा भाषण

टीचर्स डे के ऑकेजन पर नई दिल्ली से पीएम नरेंद्र मोदी शाम फ् बजे से ब्:ब्भ् मिनट तक बच्चों को संबोधित करेंगे। उनका संबोधन दूरदर्शन पर लाइव प्रसारित किया जाएगा। इसके साथ ही ऑल इंडिया रेडियो पर भी लाइव सुना जा सकेगा। इसके अलावा वेबकास्ट यू ट्यूब और वीडियो स्ट्रीमिंग के द्वारा भी सीधा प्रसारण देखा जा सकता है। उनका संदेश सभी बच्चों तक पहुंचे, इसके लिए एमएचआरडी के निर्देश पर राज्य परियोजना निदेशक कुमुदलता श्रीवास्तव ने सभी जिलों के बीएसए को संबोधन को बच्चों तक पहुंचाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने टीवी समेत रेडियो किसी भी एक माध्यम से बच्चों को सुनाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।

जब रेडियो नहीं तो कैसे सुनेंगे बच्चे

राज्य परियोजना निदेशक ने टीवी और रेडियो की व्यवस्था करने के निर्देश दे दिए, लेकिन टीवी तो दूर जब रेडियो तक नहीं है तो बच्चे कैसे पीएम मोदी का भाषण सुन पाएंगे। जिले में करीब फ्,000 बेसिक के स्कूल्स हैं। विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो इनमें करीब भ् लाख बच्चे पढ़ते हैं। बीएसए चंद्रकेश यादव ने बताया कि विभाग के आदेश का सभी को पालन करने का निर्देश जारी कर दिया है। लेकिन बीएसए ने इसकी जमीनी हकीकत जानने की कोशिश नहीं की। जिले में क्भ् ब्लॉक हैं। बेसिक के कुछ टीचर्स ने बताया कि सभी ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर बच्चों को जुटाने व भाषण सुनाने की व्यवस्था करनी है, लेकिन इन केंद्रों पर टीवी की कोई व्यवस्था नहीं है। रेडिया मीना के जरिए स्कूलों को रेडियो उपलब्ध कराने की योजना है, लेकिन इस योजना के तहत अधिकांश स्कूलों के पास रेडियो है ही नहीं। वहीं जो पुराने हैं भी तो खराब पड़े हैं, उनको दुरुस्त कराने की भी विभाग की व्यवस्था नहीं है।

बिजली की सबसे बड़ी प्रॉब्लम

डिस्ट्रिक्ट में बिजली की समस्या सबसे बड़ी प्रॉब्लम है। यदि किसी भी तरह कुछ जगहों पर टीवी की व्यवस्था कर भी ली गई तो बिजली को निर्बाध रूप से उपलब्ध कराने का केंद्रों पर कोई इंतजाम नहीं हैं। वैसे भी इन केंद्रों के पास लाइव प्रसारण की भी व्यवस्था नहीं है। वहीं क्भ् बीआरसी पर बच्चों को ले जाने की व्यवस्था करने के किसी भी प्रकार के आदेश नहीं दिए गए हैं। ऐसे में यह स्पष्ट हो गया है कि सरकारी स्कूल के बच्चे तो मोदी का भाषण सुन ही नहीं पाएंगे।

क्या है बेसिक स्कूलों के लिए निर्देश

- राज्य परियोजना निदेशक की तरफ से विद्यालयों के बच्चों को दोपहर बाद ख्:फ्0 से ब्:ब्भ् मिनट तक बच्चों को उपलब्ध होने का निर्देश दिया गया है।

- डायट, बीआरसी और केजीवीवी पर टेलीवजन मौजूद है। इन जगहों पर बच्चों को एकत्र कराने के निर्देश दिए गए हैं।

- एनपीआरसी पर टीवी की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए गए हैं।

- विद्यालय प्रबंध समितियों को आसपास से टेलीविजन की व्यवस्था कराकर बच्चों को सुविधा प्रदान करने का निर्देश हैं।

- टेलीविजन ना हो तो मीना रेडियो योजना के तहत प्राप्त रेडियो के माध्यम से बच्चों को भाषण सुनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं।