- मौके पर पहुंचने के लिए थाना बाइज तैयार हो रहे मैप
- पुलिस फोर्स के मौके पर लेट पहुंचने से होती है प्रॉब्लम
<- मौके पर पहुंचने के लिए थाना बाइज तैयार हो रहे मैप
- पुलिस फोर्स के मौके पर लेट पहुंचने से होती है प्रॉब्लम
BAREILLY: BAREILLY: सिटी में किसी भी जगह बवाल होने पर अक्सर देखने में आता है कि पुलिस फोर्स काफी देर से मौके पर पहुंचती है। इसके पीछे की वजह है फोर्स को एरिया की प्रॉपर जानकारी न होना। फोर्स को लोकेशन की प्रॉपर जानकारी न होने पर वह गलत जगह पहुंच जाती है, जिसका फायदा खुराफाती उठाते हैं और आराम से फरार हो जाते हैं। पुलिस ने अब खुराफातियों पर लगाम कसने की पूरी तैयारी कर ली है। इसके लिए पुलिस गूगल का सहारा ले रहे ही। सभी थाना पुलिस गूगल मैप की हेल्प से अपने थाना एरिया का मैप तैयार कर रही है, जिससे किसी भी घटना स्थल पर पहुंचने में आसानी हो सके।
नहीं है थानों के एरिया के मैप
सिटी के मैक्सिमम थाने काफी पुराने हैं। उस वक्त मकान, सड़क, गली व मोहल्लों की संख्या कम थी, लेकिन जैसे-जैसे विकास होता गया वैसे-वैसे सभी की संख्या बढ़ती चली गई। कई गलियां बंद हो गई और कई गलियों का रास्ता दूसरी ओर भी टर्न हो गया। उस वक्त पुलिस थानों में उसी आधार पर मैप तैयार किए गए थे। कुछ थानों ने इसमें चेंज कर लिया, लेकिन कुछ ने नहीं। इसी वजह से थानों की पुलिस को उनके एरिया का पूरा मैप ही नहीं पता है।
चार साल से बढ़ते गए बवाल
वर्ष ख्0क्0 से हुए दंगे के बाद सिटी पूरी तरह से सेंसटिव हो गई। ख्0क्0 के बाद शायद ही कोई साल ऐसा हो जब बवाल न हुआ हो। वर्ष ख्0क्ख् में दो बार हुए दंगे के चलते सिटी में कफ्र्यू भी लगाना पड़ा था। ख्0क्फ् में भी कुछ यही हाल रहा और ये ख्0क्ब् में भी जारी है। इस साल की बात करें तो बारादरी में मीरा की पैठ में जमकर बवाल हुआ था। इसके अलावा सिटी के अन्य एरिया में भी छिटपुट घटनाएं हाेती रहीं।
नहीं मिलती आसानी से लोकेशन
सिटी में किसी भी बवाल को कंट्रोल करने के लिए दूसरे थानों और पुलिस लाइन से फोर्स मंगाई जाती है। सूचना पर फोर्स घटना स्थल के आसपास तो पहुंच जाती है, लेकिन मेन स्थान तक पहुंचने से पहले ही भटक जाती है। जब तक फोर्स सही लोकेशन पर पहुंचती है तब तक काफी देर हो चुकी होती है। बवाली इसी का फायदा उठाकर जमकर उत्पात मचाते हैं, जिससे दंगे जैसे हालात हो जाते हैं।
एसएसपी तैयार करा रहें मैप
खुराफातियों पर लगाम कसने और हालात पर तुरंत काबू पाने के लिए एसएसपी ने पूरी तैयारी की है। इसी के तहत उन्होंने सभी थानों के पूरे एरिया के रूट मैप तैयार कराने के निर्देश दिए। जब थानों की पुलिस ने मैप तैयार करना शुरू किया तो उन्हें कई प्रकार की प्रॉब्लम का सामना करना पड़ा। जिस गली का वह मैप तैयार कर रहें उसका पता ही नहीं की वह गली कहां खत्म हो रही है, इसीलिए पुलिस ने अब गूगल मैप का सहारा लिया है। गूगल से थानों के सभी मोहल्लों, गली व सड़कों की लिस्ट निकाली है। इसी के आधार पर आर्किटेक्चर की हेल्प से बड़ा मैप तैयार किया जा रहा है। इस मैप की कई कॉपियां तैयार होंगी जिनमें से एक थाना और एक एसएसपी ऑफिस में रहेगी।