-यूपीटीयू ने सभी इंस्टीट्यूट्स को फैसिलिटीज और इंफ्रास्ट्रक्चर का ऑडिट करने का दिया निर्देश
-सभी जरूरी कदम उठाने के साथ ही कॉलेजेज को देनी होगी इसकी अंडरटेकिंग
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abhisheksingh@inext.co.in
BAREILLY: प्रदेश के इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट्स अब महिलाओं की सेफ्टी को लेकर हवा-हवाई दावा नहीं कर पाएंगे। कैंपस में सुरक्षा से जुड़े हर जरूरी कदम उठाने ही पड़ेंगे। असल में कैंपस को रैगिंग फ्री और वूमेन फ्रेंडली बनाने के लिए उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी ने सभी इंस्टीट्यूट्स को अपनी फैसिलिटीज और इंफ्रास्ट्रक्चर का ऑडिट करने का निर्देश जारी किया है.मैनेजमेंट को यह बताना होगा कि उनके कैंपस में वूमेन सेफ्टी के क्या-क्या मेजर्स हैं। यही नहीं दावों से बात नहीं बनेगी, क्योंकि इसकी अंडरटेकिंग भी देनी होगी।
हिडेन कैमरे ने डरा यूपीटीयू
अभी हाल ही में नोएडा के एक कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल के वॉशरूम में हिडेन कैमरा मिलने से सनसनी फैल गई। इसको लेकर कॉलेज के स्टूडेंट्स ने प्रोटेस्ट भी किया था। ये फेमस इंस्टीट्यूट यूपीटीयू से एफिलिएटेड है। हिडेन कैमरे की घटना से यूपीटीयू पूरी तरह से सकते में है। ऐसी घटना फिर ना हो इसके लिए यूजीसी ने कड़े निर्देश जारी किए हैं।
ताकि कैंपस रहे रैगिंग फ्री
यूपीटीयू ने कहा है कि इंस्टीट्यूट हर वह स्टेप उठाएं जिससे कैंपस रैगिंग फ्री हो सके। खासकर वूमेन सेफ्टी के लिए सभी स्टेप्स को फॉलो करना जरूरी है। इसके लिए निर्देश दिया है कि वे यूजीसी द्वारा गाइडलाइंस को फॉलो करें और कैंपस में सुनिश्चित कराएं। यूपीटीयू के वीसी प्रो। आरके खांडल ने बताया कि लेडीज वॉशरूम में हिडेन कैमरे का होना बहुत ही सीरियस इश्यू है। इस लापरवाही लिए वह कॉलेज जिम्मेदार तो हैं ही, साथ में बाकी सभी इंस्टीट्यूट्स को लिए यह अलार्म भी है। उन्हें अपने कैंपस में वूमेन की सेफ्टी, डिग्निटी और सिक्योरिटी को बरकरार रखने के लिए स्ट्रिक्टली इंतजाम करने होंगे।
सभी फैसिलिटीज की करें ऑडिट
यूपीटीयू ने सभी इंस्टीट्यूट्स को अपने कैंपस में मौजूद फैसिलिटीज और इंफ्रास्ट्रक्चर की डिटेल्ड ऑडिट करने के निर्देश दिए हैं। ऑडिट के दौरान इसका विशेष रूप से ख्याल रखने के निर्देश दिए गए हैं कि उनके कैंपस में वूमेन सेफ्टी के क्या-क्या स्टेप्स हैं। उनका कैंपस कितना वूमेन फ्रेंडली है। इसके लिए उन्होंने यूजीसी की गाइडलाइंस को अच्छी तरह से अध्ययन करने का निर्देश जारी किया है।
देनी होगी अंडरटेकिंग
यूपीटीयू ने कहा है कि वे सिग्नेचर सहित एक लेटर यूनिवर्सिटी को प्रोवाइड कराए कि उनके यहां पर वूमेन फ्रेंडली कैंपस को बनाने के लिए क्या-क्या स्टेप्स उठाए गए हैं। लेटर में विशेष बात का ख्याल रखना होगा। वूमेन सेफ्टी, सिक्योरिटी और डिग्निटी के के लिए उठाए गए स्टेप्स को मेंशन करना होगा। कैंपस को रैगिंग फ्री बनाने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं। स्टूडेंट्स के लिए किस तरह की फैसिलिटीज और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइड कराए गए हैं। लेटर के माध्यम से सभी इंस्टीट्यूट को ब्यौरा पेश करना है।
यूजीसी गाइडलाइंस
- कैंपस में गर्ल्स के लिए अलग से वॉशरूम और कॉमन रूम होना जरूरी है।
- उनके लिए सिक्योरिटी की अलग से व्यवस्था करनी होगी। लेडीज सिक्योरिटी गार्ड हायर किया जा सकता है।
- कंप्लेन करने के लिए हर तरह के साधन मौजूद होने चाहिए। ऑनलाइन व फोन द्वारा ख्ब् घंटे की हेल्पलाइन होनी जरूरी
- कैंपस में वूमेन ग्रिवांस के लिए विशाखा गाइडलाइंस के अनुसार कमेटी होना जरूरी
लेडीज वॉशरूम में हिडेन कैमरे का होना बहुत ही सीरियस इश्यू है। इस लापरवाही लिए वह कॉलेज जिम्मेदार तो हैं ही, साथ में सभी इंस्टीट्यूट्स को लिए यह अलार्म भी है। उन्हें अपने कैंपस में वूमेन की सेफ्टी, डिग्निटी और सिक्योरिटी को बरकरार रखने के लिए स्ट्रिक्टली इंतजाम करने होंगे।
प्रो। आरके खांडल, वीसी, यूपीटीयू