बरेली (ब्यूरो)। इंटर से रिजल्ट आने के बाद ही स्टूडेंट्र्स फ्यूचर प्लानिंग करना शुरू कर देते है। ऐसे में महाविद्यालयों में एडमिशन ओपन करने के लिए तैयारियां शुरू हो गई है। कन्या महाविद्यालय भूड़ में भी 20 मई से बीए के लिए एडमिशन के फॉर्म ओपन हो जाएंगे। महाविद्यालय में आज भी अपने आसपास के एरिया और शहर में काफी फेमस हैं। यहां काफी दूर-दूर से स्टूडेंट्स पढऩे आते हैं। लड़कियां यहां पर एडमिशन लेने के लिए काफी उत्साहित रहती है। इसकी खास बात है यहां की रेगुलर पढ़ाई, क्लास के लिए यहां पर प्रोफेसर हर टाइम महाविद्यालय में मौजूद रहते हैं। इसके अलावा स्टूडेंट्स को अलग-अलग तरह के कम्पटीशन एग्जाम के लिए गाइड भी करते हैं। जिससे वे अपने फ्यूचर में कुछ अच्छा कर पाएं।
640 सीट्स के लिए एडमिशन
बीए में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स के लिए टोटल 640 सीट्स ओपन होंगी। इसमें तरह-तरह के सब्जेक्ट पर पढ़ाई कराई जाएगी जैसे कि जनरल हिंदी, जनरल इंग्लिश, लिट्रेचर हिंदी, लिट्रेचर इंग्लिश, म्यूजिक गायन एंव वादन, संस्कृत, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, राजनीतिशास्त्र, हिस्ट्री, होम साइंस, एजुकेशन, चित्ररंजन कला, होम साइंस और शिक्षा शास्त्र में 80-80 सीट्स अवेलेब्ल हैं। यहां पर गल्र्स के लिए करियर गाइडेंस सेल भी मौजूद है, जो लड़कियों को फ्यूचर में क्या ओप्ट करना चाहिए और क्या-क्या करना चाहिए यह बताता है। महिला प्रकोष्ठ, डिस्पिलिन कमिटी, रोवर रैंजर्स ट्रेनिंग, एनएसएस जैसे कई सारी समिति महाविद्यालय में मौजूद हैं।
20 मई से शुरू एडमिशन
महाविद्यालय में एडमिशन का प्रोसेस 20 मई से शुरू हो रहा है। एडमिशन फॉर्म फिल करने के लिए स्टूडेंट्स को अपनी हाई स्कूल की मार्कशीट, इंटर की माक्स, आधार कार्ड, जाती प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज दो फोटो साथ रखने होंगे। जिससे एडमिशन प्रोसेस में परेशानी नहीं होगी।
सुरक्षा पर विशेष ध्यान
महाविद्यालय की प्रिंसिपल डॉ। सुनीता जोशी का कहना है कि वे कॉलेज परिसर हो या कॉलेज के बाहर लड़कियों की सुरक्षा को लेकर विशेष रूप से सजक रहती हैं। वहीं क्लास से दौरान कॉलेज का मुख्य गेट बंद रहता है। इस बात का भी विषेश ध्यान दिया जाता है कि लड़कियों को कियी भी तरह की परेशानी न हो। वहीं अगर कोई भी प्रॉब्लम आती है तो कॉलेज के प्रोफेसर और वे खुद स्टूडेंट्स की मदद करती हैं। कॉलेज का प्रॉक्टोरियल बोर्ड और महिला सुरक्षा सेल स्टूडेंट्स की मदद के लिए हमेशा एक्टिव है। वहीं समय-समय पर छात्राओं की काउंसलिंग भी की जाती है।
छात्राओं ने किया नाम रोशन
डॉ। सुनीता जोशी ने बताया कि यहां से पास आउट होने वाली कई सारी स्टूडेंट्स अपने करियर में एक अच्छे मुकाम पर हैं। वहीं एक बेहतर कॅरिअर भी हासिल किया है। कई स्टूडेंट्स हायर एजुकेशन के क्षेत्र में बेहचक काम कर रहे हैं। वहीं कई माध्यमिक स्कूलों में भी सेवाएं दे रही हैं।
हमारे महाविद्यालय में छात्राओं को कई सुविधाएं मिलती हैैं। जिससे उन्हें भविष्य में बेहतर इंसान बनने में मदद मिलती है। इसके अलावा हमारे यहां पढ़ाई का काफी उचित माहौल है। इसके अलावा अगर स्टूडेंट्स को एडमिशन रिलेटिड किसी भी तरह की परेशानी हो तो वे महाविद्यालय आकर परेशानी का हल ले सकतें हैैं।
- डॉ। सुनीता जोशी, प्रिंसिपल