(बरेली ब्यूरो)। फतेहगंज पूर्वी के गांव कजरौटा निवासी एक युवती अपने स्वजनों से 100 रुपये लेकर सिलाई के लिए धागा लेने गई थी। रेलवे ट्रैक किनारे जा रही छात्रा ने सामने से आ रही मालगाड़ी के आगे खुदकुशी कर ली। छात्रा की आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। वहीं जीआरपी मामले की जांच में जुटी है।
फतेहगंज पूर्वी थानाक्षेत्र के गांव कजरौटा निवासी विनोद शर्मा की बेटी वंदना शर्मा कक्षा 10 की छात्रा थी। मृतका के पिता ने जीआरपी को बताया कि एक सप्ताह पहले ही वंदना ने सिलाई मशीन ली थी। 26 जनवरी को वंदना सिलाई के लिए धागा लेने के लिए घर से 100 से रुपये लेकर बिलपुर गई थी। छात्रा जब काफी देर तक घर नहीं लौटी तो वह परेशान होने लगी। इसी दौरान किसी ने उन्हें वंदना की मौत की जानकारी दी। मालगाड़ी के आगे कूदकर छात्रा द्वारा जान देने की सूचना पर पहुंची जीआरपी को प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि छात्रा ने बिलपुर रेलवे क्राङ्क्षसग पर अपनी साइकिल खड़ी करके उसमें ताला लगा दिया। इसके बाद वह यार्ड की ओर चली गई। इसी बीच लखनऊ की ओर से आ रही तेज रफ्तार ट्रेन के पास आने से पहले ही उसने अपनी आंखें बंद करके वह पटरी पर खड़ी हो गई। तेज रफ्तार ट्रेन के लोको पायलट ने कई बार हार्न दिया, लेकिन छात्रा नहीं हटी। लिहाजा वह ट्रेन की चपेट में आ गई और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। जीआरपी थाना प्रभारी अमीराम ङ्क्षसह ने बताया कि मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है। मामले की जांच की जा रही है।
दो घंटे रेलवे ट्रैक पर पड़ा रहा शव
दो घंटे तक शव की शिनाख्त न हो पाने के कारण शव रेलवे ट्रैक पर ही पड़ा रहा। जिसकी वजह से शाहजहांपुर की ओर से आने वाली ट्रेनों को काशन देकर लूप लाइन से निकाला गया। जीआरपी ने शव को रेलवे ट्रैक से हटा युवती की फोटो शिनाख्त के लिए इंटरनेट मीडिया के प्लेटफार्म फेसबुक, वाट््सएप पर साझा की। जिससे युवती की शिनाख्त ग्राम कजरौटा की सोनम के रूप में हुई।