मांग और आपूर्ति में दिख रहा भारी अंतर

बरेलियंस की परेशानी को दूर करने के लिए डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने अब तक जो भी प्रयास किए हैं वो कहीं न कहीं कम साबित हो रहा है। सैटरडे को डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से शहर की कुछ गैस एजेंसियों को कफ्र्यू पास जारी किए गए, ताकि वो शहर के विभिन्न इलाकों में गैस की सप्लाई करे। लेकिन मांग और आपूर्ति में भारी अंतर के चलते ये व्यवस्था भी पटरी से उतर गई। ज्यादातर लोगों के घरों में गैस की अभी भी किल्लत बनी हुई है।

हालात बद से बदतर

कुनाल गैस सर्विस के डिस्ट्रीब्यूटर करगैना गोटिया निवासी सुखपाल ने बताया कि सुबह से वो एजेंसी से 18 सिलेंडर लेकर चले थे। जिनमें से एक भी नहीं बचा है। उन्होंने बताया कि संडे के बाद से शहर के जो हालात थे उसके कारण गैस सप्लाई काफी दिनों से बाधित थी जो आज जाकर स्टार्ट हुई है। उसके बाद भी गैस के हालात बद से बदतर बने हुए हैं। लोगों को घर पर खाना बनाने के लिए पड़ोसियों से मदद लेनी पड़ रही है। होटल के बंद होने से भी परेशानी बढ़ गई है।

घरों में किल्लत जंक्शन पर गैस

घरेलू गैस सिलेंडर का यूज

तिलक कॉलोनी सुभाषनगर के मुकुल वाष्र्णेय ने बताया कि उनके घर में काफी दिनों से गैस सिलेंडर खाली पड़े हैं। एजेंसी से सप्लाई व्यवस्था ठप होने के चलते उन्हें काफी प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है। मुकुल ने बताया कि सैटरडे को जब उन्होंने शहर से बाहर जाने के लिए जंक्शन का रूख किया तो यहां प्लेटफॉर्म नंबर एक पर घरेलू गैस सिलेंडर का वेंडर द्वारा यूज किया जा रहा था। वेंडर घरेलू सिलेंडर को ट्राली के अंदर रखकर यूज कर रहे हैं। जब इस मामले में स्टेशन अधीक्षक आदिल जिया सिद्दीकी से कॉन्टेक्ट करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन स्विच ऑफ रहा।