BAREILLY:

अपने ऊपर हो रहे अत्याचार से मां गंगा चीख रही हैं। दर्द से कराह रही हैं। दर्द की ये दास्तां ट्यूजडे को कैंट स्थित युगवीणा के यामिनी आर्ट गैलरी में चित्रकार संघ की ओर से आयोजित गंगा बचाओं पेंटिंग एग्जीबिशन में देखने को मिली। जहां चितेरों ने कैनवॉस पर मां गंगा के दर्द को कूचियों से उकेरा है। एग्जीबिशन ऑर्गनाइजर मुशाहिद हुसैन ने बताया कि इसमें देश भर के विभिन्न राज्यों के ब्0 चित्रकारों के चित्रों को प्रजेंट किया गया है। इस मौके पर हरियाणा से आई चित्रकार सुनीता चिलर की पेंटिंग में महिला पर हो रहे अत्याचार और प्रदूषित हो रही गंगा को को-रिलेट किया है। इसके अलावा मुशाहिद की पेंटिंग में गंगा की पीड़ा को गर्भवती महिला की पीड़ा से दर्शाया है। एग्जिबिशन से एक बात साफ हो गई कि गंगा को स्वच्छ बनाने का बीड़ा चितेरों ने उठा लिया है। पेंटिंग्स में चित्रकारों ने गंगा की दुर्दशा का मार्मिक चित्रण किया है। हर दिन उद्योगों, घरों और पूजा के कूड़े कचरे से मैली हो रही गंगा को संवारने के लिए लोगों से अपील की है।