बाइक नदी में उतारी
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार फ्राइडे दोपहर रामगंगा चौकी अंतर्गत रामगंगा नदी में पंचुकला पुलिस बाइक सवारों का पीछा कर रही थी। बाइक सवार काले रंग की पल्सर पर सवार थे। वहीं पुलिस टवेरा गाड़ी से थी। जैसे ही पुलिस बदमाशों का पीछा करते हुए रामगंगा पुल के पास पहुंची, बदमाशों ने बाइक पुल से नीचे नदी की तरफ उतार दी। जब वहां मौजूद गांव वालों ने ये सब देखा तो उन्होंने बदमाशों को पकडऩे में पुलिस की हेल्प करनी शुरू कर दी। सूचना पाकर रामगंगा चौकी इंचार्ज गजेंद्र त्यागी भी साथी पुलिसकर्मियों के साथ बदमाशों का पीछा कर रही पंचकुला पुलिस की मदद करने में लग गए।
डुबकी लगाकर भागा
बाइक पर बैठा एक बदमाश रामगंगा नदी में कूद गया और डुबकी लगाकर वहां से कहीं गायब हो गया। दूसरा बदमाश काफी मोटा था। इसलिए उसने पुलिस से बचने के लिए एक पहाडऩुमा जगह का सहारा लिया। काफी देर तक पुलिस, बदमाश और गांव वालों के बीच लुका-छिपी का खेल चलता रहा। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार कुंडला गांव के पास बदमाश पकड़ा गया। पुलिस पूछताछ में बदमाश ने अपना नाम रमेश बताया। रमेश के पिता का नाम नत्थूराम है। वह बरेली के अलीगंज थाना अंतर्गत मनसापुर का रहने वाला है। उसके साथ बाइक पर उसका भांजा रिंकू था।
पंचुकला में की थी हत्या
पंचकुला से डिटेक्टिव स्टाफ के एएसआई अपनी टीम के साथ रमेश को अरेस्ट करने आए थे। रमेश ने पंचकुला में अपने साथियों के साथ मिलकर किसी व्यक्ति की 11 सितंबर 2012 में हत्या की थी। पंचुकला टीम ने इस मामले में तीन लोगों को पकड़ रखा था। पुलिस उन्हें साथ लेकर उनकी निशानदेही पर रमेश को पकडऩे आई थी। रमेश गांव में नहीं मिला था। लेकिन रास्ते में वह दिख गया तो पुलिस ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया और उसको काफी लंबे ड्रामे के बाद पकड़ा जा सका।