BAREILLY: यूपी बोर्ड की कॉपी चेकिंग के लिए ड्यूटी के बंटवारे में कुछ टीचर्स ने भेदभाव का आरोप लगाया गया है। उन्होंने कहा कि चहेते को चेकिंग के लिए अधिक से अधिक कॉपियां दी जा रही हैं। जब टीचर्स ने इसकी कंप्लेन प्रिंसिपल से की तो प्रिंसिपल ने उलटे उन्हें धमका दिया। सोर्स ने बताया कि यह खेल डिप्टी हेड के साठगांठ से खेला जा रहा है।
भेदभाव को लेकर टीचर्स में रोष
एक ही सेंटर पर कुछ एग्जामिनर्स को क्00 से अधिक कॉपियां प्रोवाइड कराई जा रही हैं तो दूसरी ओर कुछ एग्जामिनर्स को दिनभर खाली बैठाकर समय कटवाया जा रहा है। कॉपी चेक कर रहे एग्जामिनर्स का कहना है कि यह सारा खेल चहेते एग्जामिनर्स को पारिश्रमिक का अधिक से अधिक लाभ दिए जाने के उद्देश्य से कराया जा रहा है। बता दें कि यूपी बोर्ड कॉपियां जांच रहे टीचर्स को हाईस्कूल के लिए प्रति कॉपी भ् और इंटरमीडिएट के लिए प्रति कॉपी म् रुपए पारिश्रमिक के तौर पर भुगतान किया जाता है। कॉपियों की चेकिंग में डीएचई द्वारा भेदभाव को लेकर कई एग्जामिनर्स में रोष है।
सेंटर एक पॉलिसी दो
इंटरमीडिएट के एक मूल्यांकन केंद्र पर हिंदी फर्स्ट पेपर में कुछ टीचर्स को ब्0 से भ्0 कॉपियां चेकिंग के लिए दी गई, जबकि दूसरे टीचर्स को क्क्भ् से क्ख्भ् कॉपियां तक प्रोवाइड करवाई गई है। इसी सेंटर पर कुछ टीचर्स को इंटर ड्राइंग की 90 से क्00 कॉपियां दी गई। जबकि कुछ एग्जामिनर्स को क्भ्0 से ख्00 तक कॉपियां दे दी गई हैं। जब इसकी शिकायत लेकर टीचर्स प्रिंसिपल के पास पहुंचे तो उलटे उन्हें ड्यूटी से मुक्त करने की चेतावनी दे दी गई। इसी सेंटर पर मंडे को क्ख्-क्फ् महिला टीचर्स को मंडल चेंज होने की बात कहकर कॉपियां प्रोवाइड नहीं कराई गई।