- डाटा एंट्री की नौकरी करने वाली महिला से एडवांस के रूप में ठग लिये ढाई लाख
- जिला अस्पताल के कर्मी ने रखी बुनियाद, नौकरी के लिए ठग से कराया महिला का संपर्क
बरेली : नौकरी का झांसा और जिला अस्पताल कनेक्शन के मामले थम नहीं रहे हैं। एक बार फिर रेलवे में पांच लाख रुपये में महिला को क्लर्क बनाने का ठगों ने झांसा दिया। दिल्ली में ज्वाइ¨नग लेटर दिखा एडवांस के रूप में ढाई लाख रुपये भी ले लिये, लेकिन नौकरी मिली नहीं और रुपया भी डूब गया। पीडि़ता ने एसएसपी से मामले की शिकायत की। एसएसपी ने प्रेमनगर पुलिस को मामले में रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश दिये हैं।
हॉस्पिटल में ठग से मुलाकात
प्रेमनगर के गुद्दड़ बाग चाहबाई की रहने वाली नेहा रतरा एक प्राइवेट कंपनी में डाटा एंट्री की नौकरी करती थी। बीते वर्ष तबियत खराब होने पर वह जिला अस्पताल पहुंची। आरोप है कि यहां तैनात जितेंद्र नाम के व्यक्ति ने उसे रेलवे में नौकरी लगवाने का झांसा दिया। जितेंद्र ने ही जाधवपुर भोजीपुरा के रहने वाले मो। आरिफ से मुलाकात कराई। मो। आरिफ ने महिला से भर्ती में पांच लाख रुपये खर्च आने की बात कही। एडवांस में ढाई लाख रुपये की मांग की। कहा कि शेष रकम ज्वाइनिंग के बाद ली जाएगी। भरोसे में आकर पीडि़ता ने आरोपित को दो बार में ढाई लाख रुपये दे दिये। इसके बाद आरोपित ने पीडि़ता को दिल्ली बुलाया। ज्वाइ¨नग लेटर दिखा जल्द ही नौकरी की बात कही। काफी समय बाद भी जब महिला को नौकरी नहीं मिली तो उसने आरोपितों से रकम की मांग की। आरोप है कि रकम वापस मांगने पर आरोपित गाली-गलौच करता है और धमकाता है। पीडि़ता की शिकायत पर एसएसपी ने प्रेमनगर पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश दिये।
रुपये दिये हैं काम हो जाएगा
नेहा रतरा ने आरोप लगाया कि आरोपित ने उन्हें मेडिकल के लिए दिल्ली या लखनऊ आने का दबाव बनाया। इस पर उसने लखनऊ या दिल्ली जाने से मना कर दिया। भरोसे में लेने के लिए आरोपित ने कहा कि कोई बात नहीं रुपये से ही काम होना है तो मेडिकल की जरूरत नहीं। इसके बाद ज्वाइ¨नग लेटर दिखाने का झांसा देकर उसे दिल्ली बुला लेटर दिखाया गया। बाई पोस्ट ज्वाइ¨नग लेटर मिलने की बात कही।
मामले में प्रेमनगर इंस्पेक्टर को एफआइआर दर्ज कर आरोपित के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिये हैं।
- रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी