- भोजीपुरा के डहिया गांव का रहने वाला है पीडि़त, चार पर हैं आरोप
- बीडीए में मकान बनवाने का जालसाजों ने झांसा देकर ठगे रुपये
बरेली : बीडीए में टेंडर दिलाने के नाम पर 16 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। जालसाजों ने युवक को बीडीए की कॉलोनी में मकान बनवाने का झांसा देकर न सिर्फ उसका प्लॉट गिरवी रखवा दिया वरन पत्नी के जेवर भी बिकवा दिये। युवक पर रिश्तेदारों का कर्ज भी चढ़ गया। ठगी का राजफाश तब हुआ जब रकम लेने के बाद भी जालसाज युवक को टहलाने लगे। पीडि़त ने चार आरोपितों पर आरोप लगा मामले की शिकायत एसएसपी से की है।
एसएसपी से शिकायत
पीडि़त प्रेमपाल भोजीपुरा के डहिया गांव के रहने वाले हैं। बताया कि शाही के रहने वाले आरोपित ने कहा कि बीडीए में मकान बनाने के टेंडर हमारी डीएचआर प्राइवेट लिमिटेड को मिला है। कंपनी के डायरेक्टर व अन्य हमारे परिचित हैं। दस लाख रुपये लगाने को तैयार हो तो तुम्हारी टेंडर में पार्टनरशिप करा देंगे। रकम न होने की बात कही तो आरोपित ने फायदे का धंधा होने की बात कह मॉर्डन विलेज दोहना भोजीपुरा में स्थिति प्लॉट गिरवी रख रकम की व्यवस्था करने की बात कही। उसके झांसे में आकर नौ लाख साठ हजार रुपये में प्लॉट गिरवी रख दिया। रकम की व्यवस्था होते ही आरोपित ने कंपनी के प्रमुख लोगों से मिलाने की बात कह इज्जतनगर के भीमनगर, तुलसीनगर न्यू पीएसी कानपुर व दुर्गानगर के आरोपित से मिलवाया। दुर्गानगर की महिला आरोपित ने साढ़े 12 प्रतिशत हिस्सेदारी की बात बताई। इसके बाद रकम दे दी गई। आरोप है कि कुछ दिनों बाद ही फिर से आरोपितों ने छह लाख रुपये की मांग की। इस पर प्रेमपाल ने पत्नी के जेवर गिरवी रख व रिश्तेदारों से रुपये उधार लिये। दो बार में तीन-तीन लाख रुपये कर जालसाजों को दे दिये। सालभर काम न हुआ तो पीडि़त ने आरोपितों से रकम मांगी। आरोप है कि आरोपितों ने झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दे पीडि़त को भगा दिया। एसएसपी ने जांच करा कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
सिक्योरिटी के तौर पर दिये चेक
जालसाजों ने रकम लेने के बाद प्रेमपाल को तीन चेक दिये। एक लाख 71 हजार रुपये कंपनी की सदस्यता शुल्क के रूप में लिये गए। सदस्यता शुल्क नॉन रिफंडेबिल होने की बात कही। काम न मिलने पर जब प्रेमपाल ने बैंक में तीनों चेक लगाईं तब पता चला कि चेक खाताधारक की ओर से स्टाप करा दी गई है।
युवक द्वारा शिकायत की गई है। पूरे मामले की जांच करा कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
- रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी