-हेल्थ विभाग में सरकारी नौकरी लगवाने का ठगों ने दिया था झांसा
-बागपत, दिल्ली के नौकरी रैकेट चलाने वालों ने बरेली समेत कई जिलों के लोगों को ठगा
बरेली :
हेल्थ विभाग में सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर दिल्ली और बागपत के ठगों ने बरेली के भी युवाओं को ठग लिया। इतना ही नहीं ठगों ने युवाओं को दिल्ली के बड़े हॉस्पिटल्स में जॉब दिलाने के लिए ट्रेनिंग भी कराई और ट्रेनिंग के बाद ज्वाइनिंग लेटर देने की बात कही। लेकिन जब ट्रेनिंग के बाद भी ज्वाइनिंग लेटर नहीं मिला और फोन करने पर धमकी मिली। तब युवाओं को ठगी का एहसास हुआ। ठगों ने किसी युवा से आठ लाख तो किसी से छह लाख रुपए जॉब के नाम पर ठगे हैं। अब सभी पीडि़तों ने मामले की तहरीर बारादरी थाने में देकर ठगों के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई है। वहीं पुलिस का कहना है कि मामले में जांच की जा रही है।
दिल्ली निवासी है ठग
शहर के मोहल्ला नवादा शेखान के रामभरोसे लाल के मुताबिक छह महीने पहले उनका एमाजान कंपनी के काम से दिल्ली आना-जाना लगा रहता था। दिल्ली के भजनपुरा इलाके के रहने वाले दीपक से पहली मुलाकात वहीं हुई। उसने खुद को नेशनल एक्रीडेशन बोर्ड फॉर हास्पिटल हेल्थ केयर प्रोवाइडर का अधिकारी बताया। अपना रसूख दिखाते हुए दीपक ने भरोसा दिलाया कि उनको बरेली में ही डॉक्टरों के पास अटेंडेंट की नौकरी लगवा देगा। उसने कहा कि अगर वो चाहे तो आठ लाख खर्च करने पर उनके बेटे की स्वास्थ्य विभाग में सरकारी नौकरी भी करवा सकता हैं।
दर्ज हुई एफआईआर
इसके बाद कई चरणों में उनकी बातें होती रही। दीपक ने बाद में बड़े अधिकारी से बात कराने के बहाने बागपत के संदीप कुमार से संपर्क कराया। दिल्ली और बागपत में मुलाकातों के बाद पीडि़त ने अपने बेटे की नौकरी के लिए तीन बार में छह लाख, अपने भतीजे पंकज की नौकरी के लिए आठ लाख रुपये नगद दिए। अपनी जान पहचान के सतेंद्र सिंह, रंजीत सिंह और सुमन देवी की नौकरी के लिए 6-6 लाख रुपए दिलवाए।
नामी अस्पतालों में दिलाई ट्रे¨नग
बाद में उन्हें दिल्ली के मेडिकल तेग बहादुर अस्पताल, भगवान महावीर अस्पताल दिल्ली, ¨हदू राव अस्पताल और सफदरगंज अस्पताल में ट्रे¨नग के लिए बुलाया गया। वहां पीडि़तों की मुलाकात अलग-अलग जिलों से आए कई युवक-युवतियों से हुई। वह भी ट्रे¨नग के लिए ही आए हुए थे। उन्होंने अस्पतालों में ट्रे¨नग ली और घर वापस आ गए। उन्हें बताया गया था कि कुछ दिनों में ज्वाइं¨नग लेटर दिया जाएगा।
धमकी मिलने पर हुआ अहसास
पीडि़तों ने घर आने के बाद ज्वाइनिंग लेट के लिए फोन किया कई दिनों तक ज्वाइ¨नग लेटर नहीं आया। आरोपितों ने फोन उठाने बंद कर दिए। अगर फोन उठता तो कह देते कि नंबर गलत है। बाद में नौकरी का दबाव बनाने पर जान से मारने की धमकी देने लगे। इसके बाद पीडि़त ने आरोपित दिल्ली के भजनपुरा के दीपक कुमार तोमर, बागपत के संदीप कुमार उर्फ संजय और राकेश के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
दिल्ली, बागपत पुलिस से कर रहे संपर्क
बारादरी थाने के प्रभारी निरीक्षक नीरज मलिक के मुताबिक आरोपितों की धरपकड़ के लिए दिल्ली और बागपत पुलिस से संपर्क किया जा रहा है। अन्य जिलों में दर्ज हुई एफआइआर के लिए भी प्रयास किया जा रहा है। ताकि संयुक्त कार्रवाई हो सके।