- साल 2017 में हुआ सौदा, 2018 में खुला मामला, एडीजी के आदेश पर भूमाफियाओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

बरेली। रिटायरमेंट के बाद आराम की जिंदगी काटने के लिए एक सैन्यकर्मी ने शहर में जमीन खरीदने का मन बनाया। लेकिन भूमाफियाओं के जाल में फंसकर लाखों रुपये गंवा दिए। पता चला कि जो जमीन उन्होंने खरीदी थी वह नगर निगम की है। रिटायर्ड सैन्यकर्मी ने अपने रुपये वापस मांगे तो उन्हें धमकियां मिलने लगीं। परेशान होकर उन्होंने पुलिस अधिकारियों से मामले की शिकायत की। अब एडीजी के आदेश पर चार आरोपियों के खिलाफ इज्जतनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है।

64 लाख रुपए में हुआ सौदा

बारादरी क्षेत्र के खुशबू इंक्लेव निवासी इकबाल मियां ने बताया कि रिटायमेंट के बाद उन्होंने उनकी ससुराल आंवला के मोहल्ला बजरिया के पास रहने वाले नदीम से कुछ जमीन शहर में दिलवाने की बात कही थी। उनके मुताबिक साल 2017 में नदीम ने उसके साथी सैदपुर हाकिंस के यासीन और बिहारमान नगला के निराले खां के साथ मिलकर पीलीभीत बाईपास पर एक निजी स्कूल के सामने उन्हें एक जमीन मोहल्ला साहूकारा के सुनहरी लाल साहू की बताकर दिखाई। जमीन पसंद आने के बाद उन्होंने जमीन का बैनामा कराया और करीब 64 लाख रुपये नदीम व सुनहरी लाल साहू को दिया। इसके बाद उन्होंने जमीन की बाउंड्री वॉल भी बनवा दी। उनके मुताबिक वर्ष 2018 में वह जमीन देखने लौटे तो वह उनकी कराई बाउंड्री टूटी पड़ी थी। जानकारी करने पर मालूम हुआ कि वह जमीन नगर निगम की है। इसलिए बाउंड्री तोड़ दी गई। आरोप है कि नदीम, यासीन, निराले और सुनहरी लाल साहू ने धोखे से निगम की जमीन उन्हें बेचकर उनसे लाखों रुपये हड़प लिए।