बरेली (ब्यूरो)। प्रेमनगर में बड़े पैमाने पर सट्टा चल रहा था। जानकारी के बाद भी थाना पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही थी। एसपी सिटी रङ्क्षवद्र कुमार को सूचना मिली तो उन्होंने तय इनपुट पर सादा कपड़ों में अकेले ही कई दिनों तक रेकी की। इस दौरान सरगना के गुर्गों ने उन्हें टोका भी। ऐसे में किसी को शक न हो, इसके लिए उन्होंने आम नागरिक की तरह सब्जियां तक खरीदीं। पुख्ता सबूत मिलने के बाद उन्होंने सीओ द्वितीय आशीष प्रताप ङ्क्षसह के साथ किला पुलिस को लगाया। किला पुलिस ने 28.41 लाख रुपए के साथ सट्टेबाज राहुल को गिरफ्तार कर लिया, जबकि चार लोग भाग खड़े हुए। प्रेमनगर अंतर्गत गुलाबनगर निवासी सट्टेबाज राहुल को कोर्ट में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
स्कूल के कमरे से पकड़ा
किला पुलिस की टीम ने प्रेमनगर के नेहरु चिल्ड्रेन स्कूल के कमरे से सट्टेबाज राहुल को पकड़ा। तलाशी में उसके पास से करीब डेढ़ लाख रुपये, मोबाइल, एटीएम व डायरी बरामद की जिसमे सट्टे के हिसाब-किताब के साथ सट्टा लगाने वाले लोगों के नाम लिखे हुए थे। आरोपित से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने प्रेमनगर के गुद्दड़बाग में रहने वाले प्रशांत प्रताप ङ्क्षसह उर्फ सनी ठाकुर को सरगना बताया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने प्रशांत प्रताप ङ्क्षसह उर्फ सनी ठाकुर के गुद्दड़बाग स्थित घर पर छापा मारा तो वह साथियों संग फरार हो गया। पुलिस ने उसके घर से 26 लाख 92 हजार, 170 रुपए बरामद किए। डायरी, मोबाइल, टैबलेट, शराब की बोतल व अन्य सामान बरामद किया। फरार आरोपितों की तलाश में टीम जुटी हुई है। प्रभारी एसएसपी रङ्क्षवद्र कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर आईपीएल में सट्टा लगाने वाले गिरोह का राजफाश किया। पूरे मामले में जानकारी के बाद भी एक्शन न लेने पर कोहाड़ापीर चौकी इंचार्ज जयचंद के विरुद्ध कार्रवाई के लिए एसएसपी को रिपोर्ट भेज दी गई है। साथ ही प्रेमनगर इंस्पेक्टर जसवीर ङ्क्षसह की भूमिका के विरुद्ध भी जांच बैठा दी है।
फरार आरोपित
1- प्रशांत प्रताप ङ्क्षसह उर्फ सनी ठाकुर, निवासी गुद्दड़बाग, प्रेमनगर
2- भोलू, निवासी चाहबाई, प्रेमनगर
3- दीपक वर्मा, निवासी चाहबाई, प्रेमनगर
4- अन्नू कक्कड़, निवासी गुद्दड़बाग, प्रेमनगर
चार तलवारें, 23 मोबाइल व शराब बरामद
पुलिस ने कुल 28 लाख 41 हजार 870 रुपये बरामदगी के साथ, 23 मोबाइल, एक टेबलेट, दो लैपटाप, 27 एटीएम कार्ड, एक आधार व पैन कार्ड, 11 सट्टा डायरी, 11 चेकबुक, सात पासबुक, आठ ताश की गड्डियां, चार तलवारें व शराब बरामद की गई।
एटीएम बदलकर हड़पते हैं रकम
सट्टेबाज का पूरा गिरोह बेहद ही शातिर हैं। सट्टेबाजी के साथ आरोपित धोखाधड़ी भी करते हैं। पूछताछ में आरोपित राहुल ने स्वीकार किया कि एटीएम पर रुपए निकालने के लिए आने वाले भोले-भाले लोगों को भी गिरोह शिकार बनाता है। एटीएम बदलकर गिरोह के सदस्य रुपए निकाल लेते हैं। इन रुपयों को भी वे सट्टेबाजी में लगाते हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि आरोपित सट्टेबाजी के साथ अवैध शराब, सूदखोरी के कामों में भी लिप्त है। सरगना के साथ अन्य आरोपितों का पुलिस आपराधिक इतिहास खंगाल रही है।
आईजी देंगे प्रशस्ति पत्र
आइपीएल में सट्टेबाजी करने वाले गिरोह का राजफाश करने पर आईजी रेंज रमित शर्मा एसपी सिटी रङ्क्षवद्र कुमार को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करेंगे। इसके साथ ही आइजी ने पूरे आपरेशन में जुटी टीम को 20 हजार रुपये ईनाम की घोषणा की।
डायरी खोलेगी कई राज
सट्टेबाज एप से सट्टा खेलते व खेलवाते थे। पुलिस को बरामद मोबाइल से सट्टा लगाने व लगवाने वाले के कई आइपी एड्रेस भी मिले हैं। साथ ही बरामद डायरियों में कई लोगों के नाम, पते व फोन नंबर तक लिखे मिले हैं। पुलिस आइपी एड्रेस व डायरी में मिली जानकारी से मुख्य लोगों तक पहुंचने में जुटी है। अंदेशा है कि कई जिलों के साथ गैर प्रदेश के लोग भी गिरोह में शामिल हैं।
वर्जन
फरार सट्टेबाजों को पकडऩे के लिए टीम लगी हुई है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। प्रकरण में कोहाड़ापीर चौकी इंचार्ज के विरुद्ध कार्रवाई के लिए एसएसपी को रिपोर्ट भेज दी गई है। प्रेमनगर इंस्पेक्टर की भूमिका की भी जांच कराई जा रही है।
- रङ्क्षवद्र कुमार, प्रभारी एसएसपी