-पेड़ से लटका मिला शव, ओलावृष्टि व बारिश से तबाह हो गई थी फसल

>MEERGANJ: फसल से कर्ज चुकाने की जुगत में लगे क्षेत्र के गांव हुरहुरी के एक किसान ने कोई राह न दिखने पर मौत को चुन लिया। बैंक का कर्ज निपटाने में असमर्थ तनाव में डूबे किसान ने फांसी लगाकर जान दे दी। घर के समीप पेड़ से शव लटका मिला। परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

बैंक से लिया था कर्ज

मूलरूप से गांव संजरपुर निवासी वेदराम गंगवार पुत्र सियाराम गंगवार लगभग बीस साल पहले क्षेत्र के गांव हुरहुरी में रहने लगे थे। मेंथा प्लांट स्थापित करने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा बल्लिया से करीब आठ साल पहले कर्ज लिया। उन्होंने कर्ज चुकाने के लिए फसल पर उम्मीद लगाई। सोचा कि बैंक का कर्ज उतर जाएगा, लेकिन ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश ने फसल को बर्बाद कर दिया। दो माह पहले बैंक शाखा ने उनके नाम तीन लाख बकाया की आरसी जारी कर दी।

तनाव में रहने लगा

कर्ज को लेकर वेदराम तनाव में आ गए। उनकी पत्नी मीना देवी ने बताया कि शनिवार रात घरवालों के समझाने के बाद वह खाना खाकर सो गए। सुबह वह घर में नहीं नजर आए। खोजबीन की गई तो उनका शव घर के पड़ोस में ही साधन सहकारी समिति भवन के सामने एक पेड़ से लटका मिला। सूचना पर थाना प्रभारी निरीक्षक एमएमखान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। कुछ देर में सीओ कालू सिंह भी आ गए। इस दौरान फील्ड यूनिट ने जांच की। नीचे उतारकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।