- आम दिनों में सड़कों पर लग रहा जाम, वीकेंड लॉक डाउन को भूले बरेलियंस

- खुलेआम उड़ाने रहे कोरोना गाइड लाइन की धज्जियां

बरेली : कोविड की दूसरी लहर में सैकड़ों संक्रमितों ने अपनी जान गंवाई, प्रकोप कम होने के बाद शासन ने लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए वीकेंड लॉकडाउन को लागू किया है, लेकिन शायद लोग कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप को भूल गए हैं वीकेंड लॉकडाउन के बावजूद लोगों की भीड़ सड़कों पर नजर आ रही है। सैटरडे को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने शहर के पांच व्यस्ततम इलाकों में लाइव किया।

समय - दोपहर 12:30 बजे

1. कलेक्ट्रेट

सबसे पहले टीम कलेक्ट्रेट चौराहे पर पहुंची यहां मानो आम दिनों की तरह लोग पैदल, वाहन और एक दूसरे के गले में हाथ डालकर सैर सपाटा करते दिखे। गौर करने वाली बात तो यह है कि लोगों ने मुंह पर ठीक से मास्क तक नहीं लगा रखा था, वहीं कलेक्ट्रेट ऑफिस के अंदर का नजारा भी कुछ ऐसा ही नजर आया।

समय - 1:00 बजे

2. रजिस्ट्री ऑफिस

कलेक्ट्रेट के बाद टीम करीब एक बजे रजिस्ट्री ऑफिस के पास पहुंची। यहां लोगों के मुंह पर मास्क तो लगा हुआ था लेकिन सोशल डिस्टेसिंग की चिंता किसी को नहीं थी, गौर करने वाली बात तो यह रही कि ऑफिस के अंदर प्रवेश करने वालों के हाथ सैनेटाइज और थर्मल स्क्रीनिंग के भी कोई इंतजाम नजर नहीं आए।

समय - 1:20 बजे

3. श्यामगंज चौराहा

शहर के व्यस्ततम चौराहों में शुमार श्यामगंज चौराहे पर अन्य दिनों में बड़ी संख्या में वाहनों की कतारें लगी रहती है जिससे दिन में कई बार लोगों को जाम की समस्या से काफी देर तक जूझना पड़ता है लेकिन वीकेंड लॉकडाउन के दौरान भी आम दिनों जैसा नजारा देखने को मिला, यहां कोविड प्रोटोकॉल की चिंता से बेखबर लोग पैदल और वाहनों से गुजर रहे थे, चौराहे पर खड़े पुलिस के जवानों की नजर पड़ने के बाद भी उनके कान पर जूं तक नहीं रेंग रही थी।

समय - 2:30 बजे

4. कुतुबखाना रोड

वीकेंड लॉकडाउन के अलावा आम दिनों में अगर कोई गैर जरूरी काम न हो तो लोग कुतुबखाना रोड पर जाने से बचते हैं वजह यह है कि यहां कोतवाली रोड से लेकर कुतुबखाना चौराहा तक बड़े वाहनों की एंट्री बंद होती है लेकिन सैटरडे को जब टीम यहां पहुंची तो नजारा आम दिनों जैसा ही नजर आया। कई ऐसे लोग नजर आए जिनके मुंह पर मास्क तक नहीं लगा था वहीं सोशल डिस्टेसिंग तो यहां राम भरोसे ही है।

समय : 3:00 बजे

5. जिला अस्पताल

शहर में हेल्थ महकमे और जिला प्रशासन को कोविड प्रोटोकॉल को सख्ती से फॉलो कराने की जिम्मेदारी है लेकिन जिला अस्पताल जहां मरीजों की कोरोना जांच की जा रही है यहां सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, लोग हॉस्पिटल परिसर में अधिकारियों के ऑफिस के सामने से ही बिना मास्क लगाए बेखौफ होकर घूम रहे हैं।