-भर्ती बोर्ड के निदेशक ने दो दलालों व चार अभ्यर्थियों के खिलाफ दर्ज कराई रिपोर्ट

-मेरठ के रहने वाले हैं दलाल, एडवांस के तौर पर ले रखे थे ढाई-ढाई लाख रुपए

BAREILLY: हाल ही में बरेली में सेना भर्ती के दौरान हुए फर्जीवाड़े से परदा हट गया है। दलालों ने सेना में भर्ती के लिए अभ्यर्थियों से साढे़ आठ लाख में सौदा तय किया था। इसके लिए जालसाजों ने चार अभ्यर्थियों से ढाई-ढाई लाख रुपये एडवांस में भी ले लिए थे। बाकी की रकम काम होने के बाद चुकाई जानी थी। जालसाजों ने भर्ती के लिए बाकायदी फर्जी डॉक्यमेंट्स भी तैयार कराए थे। बुधवार को बरेली सेना भर्ती बोर्ड के निदेशक कर्नल राजीव दीक्षित ने कैंट थाना में दो दलाल और चार अभ्यर्थियों के खिलाफ फर्जीवाड़े की एफआईआर दर्ज करायी है। एफआईआर में ख्0क्फ् में फर्जी तरीके से भर्ती हुए अभ्यर्थियों के मामले की एफआईआर और सेना का लेटर का भी हवाला दिया गया है। दोनों दलाल मेरठ के रहने वाले हैं।

ख्ख् अगस्त को पकड़ में आया था फर्जीवाड़ा

कर्नल राजीव दीक्षित की शिकायत के अनुसार, बरेली में सेना में ख्क् अगस्त से ख्9 अगस्त तक विभिन्न ग्रेड की भर्ती हुई थी। ख्ख् अगस्त को भर्ती के दौरान सेंट्रल कमांड टीम ने अलीगढ़ निवासी राहुल, भरतपुर निवासी विष्णु शर्मा, अलीगढ़ निवासी जीतू और हरेंद्र के डाक्यूमेंट फर्जी कागजातों के साथ पकड़ा था।

काल्टन होटल में ठहरे थे दलाल

सेना के अधिकारियों ने पकडे़ गए चारों अभ्यर्थियों से कड़ाई से पूछताछ की इन लोगों ने दो दलालों के बारें में बताया। इसके आधार पर स्टेशन रोड स्थित काल्टन होटल से मेरठ के जानी थाना निवासी आदेश गुर्जर और कंकरखेड़ा के आदित्य चौहान को दबोचने के लिए छापा मारा। अभ्यर्थियों ने बताया था कि आदेश और आदित्य ने उन्हें सेना में भर्ती कराने के लिए ढाई-ढाई लाख रुपये एडवांस में लिए थे। उन्हीं दोनों ने ही उनके फर्जी डाक्यूमेंट तैयार कराए थे।

पहले भी दलालों के नाम सामने आए

सेना में भर्ती में दोनों दलालों के नाम पहले भी आए थे। ये अभ्यर्थियों को अपने जाल में फंसाकर मोटी कमाई करते थे। युवक भी नौकरी के झांसे में आकर अपने मां-बाप की जिंदगी भर की कमाई दलालों को दे देते हैं। इससे पहले भी दलालों के खिलाफ ख्0क्फ् भर्ती में भी एफआईआर दर्ज कराई गई थी।