- आजादी से पहले बंबई हार्वर पर हुए हादसे में शहीद हुए दमकल कर्मियों की याद में की शोक सभा
- सभा में पहुंचे एसएसपी, एसपी सिटी व अन्य अधिकारी, कोविड के चलते नहीं सके डेमोंसट्रेशन
बरेली। बंबई हार्वर पर गुलाम भारत में हुई वीभत्स घटना में शहीद हुए दमकल कर्मियों की याद में हर साल की तरह इस बार भी 14 अप्रैल को अग्निशमन दिवस मनाया गया। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण, एसपी सिटी रवींद्र कुमार, सीएफओ चंद्र मोहन शर्मा व अन्य अधिकारियों ने इस मौके पर शोक सभा में सम्मिलित होकर शहीदों को नमन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद स्टेशन की गाडि़यों ने शहर में रूट मार्च भी निकाला। हालांकि कोविड प्रोटोकॉल के चलते स्कूल कॉलेज व अन्य पब्लिक प्लेसेज पर डेमोंस्ट्रेशन नहीं हो सका।
71 दमकल कर्मियों ने गंवाई थी जान
गुलाम भारत में बंबई के विक्टोरिया डॉक पर सन 1944 में 14 अप्रैल को एसएस फोर्ट स्टिकिन नाम के एक शिप में अचानक धमाका होने के बाद आग लग गई थी। शिव में कॉटन बेल्स के साथ ही गोल्ड और 14 सौ टन एक्सप्लोसिव भी लाया जा रहा था। अचानक दो ब्लास्ट होने के बाद शिप पर अफरा तफरी मच गई थी। हादसे में करीब आठ सौ से 13 सौ लोगों में अपनी जान गंवाई थी। इसी बीच तमाम जिंगदियों को बचाने की जद्दोजहद में 71 दमकल कर्मियों ने भी अपनी जानें गंवा दी थीं। उसके बाद से हर साल 14 अप्रैल अग्निशमन दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान पूरे हफ्ते अलग-अलग कार्यक्रम भी किए जाते हैं।
कोविड प्रोटोकॉल के चलते नहीं हो सका डेमोंस्ट्रेशन
वेडनसडे को शोक सभा करने के बाद दमकल विभाग की गाडि़यों ने पूरे शहर में फ्लैग मार्च भी निकाला। दमकल कर्मी उदय राज ने बताया कि हर साल अलग-अलग पब्लिक प्लेसेज, स्कूल-कॉलेज व अस्पताल में आग से बचाव के लिए लोगों को डेमोंसट्रेशन भी दिया जाता है। लेकिन इस साल कोविड प्रोटोकॉल के चलते यह सब नहीं हो सका। स्कूल कॉलेज बंद हैं। अब पूरे हफ्ते जहां मुमकिन हो सकेगा, लोगों को आग को लेकर जागरूक किया जाएगा।