-फूफा के साथ चारपाई पर सो रही थी अंजलि,

-नवाबगंज की घटना जिला अस्पताल में तोड़ा दम

नवाबगंज : गांव ठिरिया सैदपुर में झोपड़ी नौ वर्षीय बालिका के लिए चिता बन गई। अचानक आग लगने से वह झुलस गई। परिजन उसे जिला अस्पताल ले गए, लेकिन उसकी जिंदगी नहीं बच सकी। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना से परिवार में कोहराम मच गया।

झोपड़ी में सो रही थी मासूम

ग्राम ठिरिया सैदपुर निवासी शंकरलाल पुत्र जानकी प्रसाद गांव का चौकीदार है। वेडनसडे शाम परिवार के लोग पड़ोसी के घर महिला संगीत कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। झोपड़ी में शंकर लाल अपने भतीजे राजीव कुमार की नौ वर्षीय बेटी अंजलि के साथ चारपाई पर सो रही थी। रात में करीब नौ बजे अचानक झोपड़ी में आग लग गई। देखते ही देखते लपटें उठने लगी।

परिजन ले भागे अस्पताल

आग लगते ही शंकरलाल झोपड़ी से बाहर भाग गए, लेकिन अंजलि आग की लपटों के बीच फंस गई, जिससे वह गम्भीर रूप से झुलस गई। ग्रामीणों ने किसी तरह आग पर काबू पाया। बच्ची को बचाने के चक्कर में शंकर लाल के हाथ पैर भी झुलस गए। परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। घर में रखा आनाज, बिस्तर, चारपाई, मोबाइल, आठ हजार रुपये आदि सामान जलकर राख हो गया। घटना की तहरीर चौकीदार ने थाने में दी है।