Ladies का fitness funda
हेल्थ क्लब्स में पहुंचने वाली लेडीज में सबसे ज्यादा चाह बॉडी टोनिंग और शेपिंग की रहती है। वास्तव में हेल्थ की बजाय ब्यूटी उनकी प्रायरिटी रहती है। उन्हें स्लिम दिखना अच्छा लगता है। और इसके लिए वह ऊंची कीमतें देने को भी तैयार रहती हैं। आम तौर पर एक महीने के जिम सर्विस के लिए 1-2 हजार तक पे करना होता है। हेल्थ क्लब्स में पैकेज भी मौजूद हैं। इनमें तीन महीने से लेकर एक साल तक के पैकेज हैं। एक साल की सर्विस के लिए डीलक्स पैकेज का प्राइस 15 हजार रुपए तक है।
Job और शादी के लिए
पढ़ाई करते हुए तो गल्र्स के पास स्लिमिंग और फिटनेस के बारे में सोचने का ज्यादा समय नहीं होता है। वहीं पढ़ाई के दौरान स्टेमिना बढ़ाने के लिए पेरेंट्स गल्र्स की डाइट पर भी कोई कंट्रोल नहीं रखते हैं। पर जब बात जॉब और शादी की आती है, उस समय तो सबसे ज्यादा जरूरत इंप्रेसिव पर्सनैलिटी की होती है। आफ्टरऑल, फस्र्ट इंप्रेशन इज द लास्ट इंप्रेशन। सिटी के जिम्स या हेल्थ क्लब्स में ऐसी गल्र्स की संख्या काफी ज्यादा है जो या तो जॉब सर्च कर रहीं हैं या जिनकी वेट प्राब्लम की वजह से शादी नहीं हो पा रही है।
Aerobics on demand
फिटनेस एक्सपर्ट के मुताबिक, जिम में पहुंचने वाली ज्यादातर लेडीज एरोबिक्स या कार्डियक एक्सरसाइज ही करना चाहती हैं। दरअसल, लेडीज ट्रेडमिल, जॉगर, साइकिलिंग जैसे एक्सरसाइजर्स घर में ही रखकर एक्सरसाइज करना शुरू कर देती हैं। ऐसे में बिना एक्सपर्ट की गाइडेंस के एक्सरसाइजर्स यूज करने पर उन्हें ज्यादा फायदा नहीं होता है। इसलिए वह जिम में आकर एक्सरसाइजर्स से केवल वार्मअप करना पसंद करती हैं। वहीं स्लिमिंग के लिए सबसे अच्छा एरोबिक्स ही होता है।
Housewives की संख्या ज्यादा
आम तौर पर जिम में आने वाली लेडीज में हाउस वाइफ की संख्या काफी ज्यादा है। पिछले दिनों उनमें फिटनेस के प्रति क्रेज बढ़ा है। वर्किंग वूमंस की अपेक्षा हाउसवाइव्ज में हेल्थ क्लब में इंट्रेस्ट दिखा है।
डॉक्टर की सलाह का ध्यान
लेडी डॉक्टर्स की सलाह पर भी जिम या हेल्थ क्लब्स ज्वाइन करती हैं। फिटनेस एक्सपर्ट के मुताबिक जिम में जो लेडीज आती हैं उनमें स्पांडिलाइटिस, सर्वाइकल पेन, स्लिप डिस्क, अर्थराइटिस के पेशेंट्स सबसे ज्यादा होते हैं। उन्हें बीमारी के एकॉर्डिंग ही एक्सरसाइज एक्पट्र्स की देखरेख में कराई जाती है। क्योंकि भी गलत स्टेप उनकी प्रॉब्लम को घटाने के बजाय बढ़ा सकता है।
पर्सनैलिटी गू्रमिंग के लिए बॉडी टोन बैलेंस होना बहुत जरूरी है। जहां यह प्रेजेंस को इंप्रेसिव बनाता है, वहीं हेल्दी रहने का भी अच्छा जरिया है। वैसे भी आजकल छोटी उम्र में ही बीमारियां लग जाती हैं।
-रिंकू
मैं एक हाउस वाइफ हूं। यूं तो घर के काम के बीच में एक्सरसाइज के लिए टाइम ही नहीं मिलता है। पर बिगड़ते बॉडी शेप को सुधारने के लिए यह बहुत जरूरी है। यहां मैंने काफी वेट लॉस किया है।
-रूपाली
फिट रहने के लिए एक्सरसाइज बहुत जरूरी है। पर घर में ही इसे मैनेज कर पाना मुश्किल होता है। इसलिए हेल्थ क्लब ज्वाइन कर लिया। इससे मेरी बॉडी टोंड और शेप्ड रह पाएगी। हेल्थ ठीक रहेगी।
-अमिता
मुझे जॉब ज्वाइन करनी है। इसके लिए फिटनेस बहुत जरूरी है। जब तक जॉब
ज्वाइन करने में समय बाकी है, तब तक मुझे अपनी फिजिक पर वर्क करना जरूरी लगा। इससे पर्सनालिटी भी इंप्रूव होती है।
-अंशिका
जॉब और शादी से पहले कई गल्र्स हमारे पास पर्सनैलिटी ग्रूमिंग के लिए आती हैं। यहां आकर उनकी डिमांड इंप्रेसिव बॉडी टोन बनाने की ही रहती है। हेल्थ फैक्टर तो साथ में चलता ही है।
-सोनू, हेल्थ टे्रनर
हाउस वाइव्ज में फिटनेस क ो लेकर अचानक से अवेयरनेस बढ़ी है। कुछ साल पहले तक जिम में मेल्स की ही प्रेजेंस नजर आती थी। पर अब तो लेडीज के लिए अलग से ऑवर्स भी लगते हैं।
-विक्की सिंह, हेल्थ ट्रेनर
हेल्थ क्लब ज्वाइन करना अच्छी बात है पर एक्सरसाइज एक्सपट्र्स की देखरेख में ही करें। अगर आपको किसी तरह की कोई बीमारी है तो उसके बारे में एक्सपर्ट को जरूर बताएं। एक्सरसाइज करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें। डाइटिंग न करें। इससे शरीर में कमजोरी भी आ सकती है।
-डॉ। लतिका अग्रवाल, गाइनोकोलॉजिस्ट
अब धीरे-धीरे सिटी में लेडीज हेल्थ को लेकर कॉन्शस हो रही हैं। इसके लिए ही वह जिम का रुख कर रहीं हैं। हालांकि उनकी प्रायरिटी तो स्लिम-ट्रिम दिखना ही रहती है। वर्किंग वूमंस तो छोडि़ए, अब हाउसवाइव्ज फिटनेस को लेकर काफी अलर्ट हो गई हैं। उन्हें घर में मौका नहीं मिलता इसलिए हेल्थ क्लब आ जाती हैं। यहां उन्हें एक्सपर्ट का प्रॉपर गाइडेंस मिलता है। इससे बॉडी पर किसी तरह का निगेटिव इफेक्ट नहीं पड़ता और बॉडी भी स्लिम रहती हैं।
-हर्ष खत्री, हेल्थ ट्रेनर