बरेली (ब्यूरो)। सौ फिटा और मिनी बाईपास कर्मचारी नगर रोड पर घनी आबादी के बीच खुलेआम आतिशबाजी की होलसेल दुकानें चल रही हैं जबकि दुकानों का लाइसेंस एक्सपायर हो चुका है। बिना रोकटोक दुकानों से आतिशबाजी की सप्लाई की जा रही है। वहां सुरक्षा के इंतजाम भी न के बराबर हैं। सीएफओ ने इन दुकानों को हटाने की संस्तुति की है। वहीं, नोटिस मिलने के बाद दुकानदारों ने सिटी मजिस्ट्रेट को जवाब सौंप दिया है। इस बार घनी आबादी पर खतरा मंडराता रहेगा या नहीं, इसको लेकर मंडे को डीएम और एडीएम सिटी की मौजूदगी में फैसला किया जाएगा।
सप्लाई हो रहा माल
पिछले दो सालों से प्रशासन ने अग्निशमन विभाग की एनओसी नहीं होने के बावजूद इन दुकानों को अनुमति दे दी थी। 2020 में लाइसेंस खत्म होने के बाद मार्च 2021 तक अस्थाई तौर पर एक साल के लिए लाइसेंस अवधि बढ़ाई गई थी। तब आतिशबाजी दुकानदारों ने यहां से हटने की बात कही थी। अस्थाई लाइसेंस एक्सपायर हुए भी करीब सात माह बीत चुके हैं। जबकि दुकानदार बेखौफ होकर दुकानों से माल सप्लाई कर रहे हैं।
लॉकडाउन का बहाना
अग्निशमन विभाग ने पिछले साल जब आतिशबाजी दुकानों को नोटिस जारी किए तब दुकानदारों ने लॉकडाउन का बहाना बनाया था। इसके बाद राजनीतिक दबाव में एनओसी भी जारी कर दी गई। अफसरों ने पूरे साल दुकानों को शिफ्ट कराने की ओर ध्यान नहीं दिया। अब एक बार फिर कागजी खानापूर्ति की जा रही है।
हर साल करोड़ो का कारोबार
प्रशासन के अनुसार जिले में आतिशबाजी के 52 होलसेल्र्स हैं। यहां के होलसेल्र्स उत्तराखंड समेत पीलीभीत, रामपुर, शाहजहांपुर के अलावा कई शहरों में माल सप्लाई करते हैं। इस तरह से दीवापली पर करीब पांच करोड़ से ज्यादा का आतिशबाजी का कारोबार होता है।
आबादी खुद रखे ख्याल
बड़ी दुकानों के आसपास घनी आबादी बसी हुई है। कुछ दुकानों की ऊपरी मंजिल पर घर तक बने हुए हैं। हालांकि छोटी दुकानों के आसपास वाली जगह खाली है। उनके 20 मीटर दायरे में घर बने हुए हैं। ऐसे में यहां हर समय हादसे का अंदेशा बना रहा है। अगर इस बार भी दुकानों को एनओसी दे दी जाती है तो आबादी को अपना ख्याल खुद ही रखना होगा।
कोरोबार की मांगी इजाजत
अतिशबाजी के दुकानदारों ने नोटिस के जवाब में अर्थिक तंगी होने का हवाला दिया है। दुकानदारों की मानें तो पिछले साल करीब तीन महीने तक लॉकडाउन लगाने से व्यापार चौपट हो गया था। पूरा साल बीतने के बाद भी इसका असर कायम है। ऐसे में दुकानदारों ने एक बार फिर प्रशासन से कारोबार करने की इजाजत मांगी है।
:::: दुकानदारों की सुनें ::::
त्योहार आपके हवाले
सीएफओ ने पांच महीने बाद आपत्ति लगाई। यहां दुकानें काफी समय से चल रही हैं। लाइसेंस रिन्यू नहीं होता है तो त्योहार प्रशासन के हवाले करके हम सभी यहां से चले जाएंगे। - सतीश भसीन, दुकान
हमें दे दो जगह
यहां धीरे-धीरे आबादी बढ़ गई। दूसरी जगह चले जाएंगे तो वहां भी कुछ सालों में आबादी बस जाएगी। ऐसे में हमें कारोबार करने के लिए जगह दी जानी चाहिए। - सुलेमान
यहां आकर कर लें जांच
कोविड के चलते बिजनेस पर पाबंदियां लगी रहीं। कारोबार के लिए हमें समय मिलना चाहिए। एनओसी देने से पहले यहां आकर एक बार जांच जरूर कर लेनी चाहिए। - कृष्णा सेठी
दुकानदारों को नोटिस दिया गया था, उन्होंने अपना जवाब दाखिल करा दिया है। नियम से ही सभी काम किए जाएंगे। लाइसेंस को लेकर अंतिम निर्णय डीएम को ही लेना है। - राजीव पांडेय, सिटी मजिस्ट्रेट