-गर्मी का मौसम शुरू होते ही आग लगने की घटनाएं बढ़ीं

-मैन पॉवर और संसाधनों की कमी से जूझ रही फायर बिग्रेड

बरेली : गर्मी के प्रकोप के साथ ही अब हवाओं की तेजी भी बढ़ गई है, जिससे शहर में पिछले दो दिनों से लगातार आग लगने की घटनाएं हो रही है। आग से लोगों को कोई जान माल का नुकसान न हो इससे बचाव की जिम्मेदारी फायर विभाग की है लेकिन विभाग मानव संसाधन की कमी के चलते हांफ रहा है। हालांकि आग लगने की सूचना पर रेस्क्यू तो किया जा रहा है लेकिन मैन पॉवर की कमी के चलते दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

हवाएं कर रही आग बेकाबू

मार्च माह से ही गर्मी का प्रकोप बढ़ा वहीं तेज हवाएं चलने का सिलसिला भी जारी हो गया। वेडनसडे को जहां आरयू कैंपस में बने जंगल में एचटी लाइन से आग लग गई थी, वहीं थर्सडे को शहर में सीबीगंज के एक गोदाम और बाकरगंज के खेतों में आग लग गई, जिससे खेतों में खड़ी कई बीघा गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई।

7 फायर मैन और दो दरोगा का टोटा

आग लगने की सूचना पर सबसे पहले फायर मैन और दरोगा को ही मौके पर भेजा जाता है लेकिन विभाग में लंबे अर्से से 7 फायर मैन और दो दरोगा के पद खाली हैं। मैन पॉवर की कमी के चलते रेस्क्यू के दौरान काफी दिक्कत का विभागीय कर्मचारियों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

सात फायर टेंडर से कैसे हो आग से जंग

विभागीय अफसरों के अनुसार वर्तमान में विभाग के पास 7 बड़ी फायर टेंडर है, जिनकी क्षमता 8000 लीटर पानी स्टोर करने की है। अगर एक साथ जिले में कई घटनाएं आग लगने की होती है तो फायर टेंडर की संख्या कम होने पर रेस्क्यू प्रभावित होता है।

फैक्ट फाइल

- 7 कुल बड़ी फायर बिग्रेड गाड़ी

- 1 छोटी फायर बिग्रेड गाड़ी

- 1 फोम टेंडर

- 5 छोटे पंप

गर्मी में आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। हाल ही में शहर में दो दिन से लगातार आग लगने की घटनाएं हो रही हैं। मैन पॉवर की कमी के चलते रेस्क्यू में परेशानी हो रही है। हालांकि रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए विभाग को पूर्व में ही लेटर जारी कर दिया गया है।

चंद्र मोहन शर्मा, सीएफओ