-एनईआर इज्जतनगर गोदाम में दोपहर 1.30 बजे लगी भीषण आग, रेलवे कॉलोनी और रिहायशी इलाके में मचा हड़कंप

-रेलवे के पास नहीं थे आग बुझाने का इंतजाम, एयरफोर्स ने संभाली कमान

-भीड़ कंट्रोल करने को बुलाई गई पीएससी, 4 थानों की पुलिस मौके पर, डीआरएम ने गठित की जांच कमेटी

BAREILLY:

इज्जतनगर में रेलवे के गोदाम में वेडनसडे दोपहर भीषण आग लग गई। आग की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कई किलोमीटर दूर तक बादलों में धुआं छा गया था। गोदाम से सटी रेलवे की कॉलोनियों में भगदड़ मच गई, महिलाएं घरों से निकलकर सेफ एरिया की तरफ भागी। आपाधापी के इस माहौल के बीच सैकड़ों की तादाद में लोग पहुंच गए, जिससे वहां व्यवस्था कंट्रोल करने के लिए पीएसी व कई थानों की फोर्स को लगा दिया गया।

एनईआर का है गोदाम

इज्जतनगर में एनईआर रेलवे का सिग्नल केबल का गोदाम है। इसी गोदाम में करीब 1.30 बजे सिग्नल व टेलीफोन विभाग व चीफ इंजीनियरिंग निर्माण ऑफिस परिसर में बने गोदाम में लोगों को आग की लपटें निकलती हुई दिखी, लोगों ने फायर बिग्रेड को सूचना दी, लेकिन जब तक फायर बिग्रेड पहुंचती तब तक आग बेकाबू हो चुकी थी। स्थिति यह हो गई कि आग बुझाने के लिए एयरफोर्स की मदद लेनी पड़ गई, इसके साथ ही तहसील एरिया से भी कई फायर बिग्रेड को बुलाया गया। मौके पर पहुंचे एनईआर के डीआरएम भी पहुंच गए।

कैसे लगी आग

वैसे तो आग लगने के कारण स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। लेकिन प्रथम दृष्टया माना जा रहा है कि आग लगने की वजह गोदाम की जमीन पर फैली सूखी पत्तियों में चिंगारी भड़कना बताया जा रहा है। आग से एनईआर की करोड़ों लागत की 50 से ज्यादा सिग्नल केबल के बंडल चंद घटों में जलकर खाक हो गए। भीषण आग को काबू करने के लिए फायर बिग्रेड, पुलिस और एयरफोर्स की साझा कोशिश करनी पड़ी।

लोगों में मची दहशत, घर खाली किए

गोदाम में लगी आग की लपटों से एक के बाद एक सिग्नल केबल के रोल धूं धूं के जलने लगे। आग की लपटें तेजी से मैदान के दूसरे हिस्सों की ओर बढ़ने लगी। इससे रेलवे कॉलोनी में रह रहे लोगों में डर के मारे भगदड़ सी मच गई। आग की लपटों से घबराए लोग घरों से सिलिंडर व जरूरी सामान तक बाहर निकालने में जुट गए। वहीं महिलाएं बच्चों को साथ लेकर सेफ एरिया की ओर दौड़ पड़ीं। रेलवे कॉलोनी से सटे इज्जतनगर के रिहायशी इलाकों में भी हादसे हड़कंप मच गया। घटनास्थल के चारों ओर हजारों की भीड़ लग गई, जिससे गोदाम के अंदर और बाहर अफरा तफरी की स्थिति बन गई। भीड़ को काबू में करने व माहौल बिगड़ने के डर से प्रेमनगर, फरीदपुर, नवाबगंज व इज्जतनगर थाना समेत, आरपीएफ और पीएसी की एक कंपनी बुलानी पड़ी।

रेलवे नाकाम, एयरफोर्स ने संभाली कमान

इज्जतनगर स्थित एनईआर के सिग्नल व टेलीफोन गोदाम में लगी आग पर काबू पाने के लिए एनईआर डिविजन के पास आग बुझाने के इंतजाम ही नहीं थे। रेलवे डिविजन के पास अपनी कोई फायर टेंडर न होने से आग पर तुरंत काबू पाने की कोशिश न हो सकी। यहीं कारण था बंडल में लगी आग भयावह होती चली गई। रेलवे ने शुरू में फायर एक्सटेंगुशर्स से आग बुझाने की कोशिशें की गई, लेकिन असफल होने के बाद त्रिशूल एयरबेस से मदद मांगी गई। एयरफोर्स की दो फायर टेंडर मौके पर पहुंची। एयरफोर्स के जवानों ने ही आग को दूसरे हिस्सों तक फैलने से रोका। इसके साथ ही मंडल भर के फायर स्टेशनों को अलर्ट भेज दिया गया। कंट्रोल रूम की सूचना पर नवाबगंज व फरीदपुर फायर स्टेशन से एक-एक फायर टेंडर पहुंची। वहीं सिविल लाइंस फायर स्टेशन से 2 और परसाखेड़ा व आंवला स्थित इफको से भी फायर टेंडर मौके पर पहुंची। करीब 8 फायर टेंडर से पानी की तेज बौछार करने के बावजूद आग पर काबू न पाया जा सका। इस पर खाली गाडि़यों को दोबारा रिलोड करने के लिए आईवीआरआई स्थित नजदीकी पंपिंग स्टेशन भेजा गया।

लापरवाही या साजिश, जांच शुरू

एनईआर के गोदाम में लगी आग की वजह पहली नजर में ही लापरवाही या शरारती तत्वों की साजिश लगी रही है। डीआरएम ने अंदेशा जताया कि गोदाम की जमीन पर फैली सूखी पत्तियों में किसी ने जलती तीली या सिगरेट फेंक दी होगी। हालांकि आग लगने के पीछे रेलवे कर्मचारियों की लापरवाही भी सामने आ रही है। दरअसल घटना स्थल के आस पास खाली जमीन पर फैली पत्तियों में आग जलने के निशान मिले हैं। जानकारों ने बताया कि गोदाम को साफ करने को फैली पत्तियां उठाने के बजाए कर्मचारी कई बार उसमें आग लगा देते हैं। जिससे जमीन साफ हो जाए। इस हादसे में इस लापरवाही से इंकार नहीं किया जा रहा। मामले की जांच के लिए डीआरएम ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है।

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टाइमलाइन

दोपहर 1.30 बजे आग लगने की आशंका

दोपहर 2.20 बजे डीआरएम को फोन पर हादसे की जानकारी मिली

दोपहर 2.30 बजे डीआरएम घटना स्थल पर पहुंचे

दोपहर 2.40 बजे एयरफोर्स व अन्य फायर स्टेशन की गाडि़यां पहुंचनी शुरू

दोपहर 3.50 बजे आग की लपटें बिल्कुल धीमी पड़ी

शाम 4 बजे अचानक आग की लपटें फिर भड़क उठी

शाम 5.25 बजे आग पर पूरी तरह काबू किया जा सका।

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गोदाम में आग लगने के पीछे विभाग की लापरवाही या शरारती तत्व लग रहे। 50 से ज्यादा केबल के बंडल जल गए हैं। हर एक बंडल की कीमत करीब 2 लाख है। रेलवे को 1 करोड़ का नुकसान होने की आशंका है। आग लगने की घटना की जांच के लिए एक कमेटी गठित की जा रही। जिसमें इंजीनियरिंग, आरपीएफ और सिग्नल बॉक्स के अधिकारी शामिल होंगे। चंद्र मोहन जिंदल, डीआरएम, एनईआर इज्जतनगर मंडल