BAREILLY : दरोगा बनने का सपना संजोए तमाम कैंडिडेट्स आधार के फेर में रिटेन टेस्ट से वंचित हो रहे हैं। उप्र पुलिस भर्ती बोर्ड ने फर्जीवाड़ा रोकने के लिए आधार के फिंगर इम्प्रेशन से पहचान का नियम तो बनाया, लेकिन रेटिना से पहचान की व्यवस्था न करके अधिकारियों ने सैकड़ों युवाओं के सपनों पर पानी फेर दिया। क्योंकि, तमाम लोगों के फिंगर प्रिंट स्कैन नहीं होते या घिस जाते हैं, उनका आधार रेटिना स्कैन कर बनाया जाता है। ऐसे में, उनकी पहचान भी रेटिना टेस्ट से ही हो सकती है, लेकिन एग्जाम सेंटर्स पर इसके इंतजाम नहीं किए गए हैं.
आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया
-आवेदक को आधार सेंटर पर पहुंचकर अपनी आईडी देनी होती है।
-जिसके बाद उसकी पर्सनल डिटेल ऑपरेटर फिल करता है।
-पर्सनल डिटेल फिल करने के बाद उसके फिंगर प्रिंट कराने होते हैं।
-फिंगर प्रिंट रीड नहीं करने पर आपरेटर आवेदक को तीन बार ट्राई करता है। नहीं होने पर चौथी बार ट्राई करने पर सिस्टम अपने आप आगे की प्रोसेस फिल करने को बोलता है।
-तीसरी बार में फिंगर पि्रंट नहीं आने पर आवेदक को समझना होता है कि उसके आधार में फिंगर प्रिंट रीड नहीं कर रहा है।
-इसके बाद ऑपरेटर रेटिना स्कैन करता है, जिसके बाद उसका आधार बन जाता है।
- रेटिना पर बने आधार कार्ड को लेने के लिए फोन पर आए ओटीपी से ही प्राप्त किया जा सकता है.
रेटिना और ओटीपी का विकल्प नहीं
-परीक्षा केन्द्र, सिम खरीदने और अन्य जगहों पर आधार कार्ड नम्बर और फिंगर प्रिंट तो अनिवार्य कर दिया गया है। फिंगर प्रिंट मिस मैच होने पर आधार कार्ड को फर्जी बता दिया जाता है, लेकिन परीक्षा केन्द्रों या फिर अन्य जगहों पर जहां पर आधार कार्ड और फिंगर प्रिंट जरूरी है वहां पर रेटिना और ओटीपी का विकल्प ही नहीं दे रहे हैं। जिससे परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा देने पहुंच रहे अभ्यार्थियों और सिम लेने के दौरान पब्लिक को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसके पीडि़त अपनी समस्या सुलझाने के लिए इधर उधर भटकता रहता है.
फिंगर प्रिंट मिसमैच के कारण
-फिंगर प्रिंट स्कैन न होने के बाद भी आधार बना देना।
-रेटिना से आधार कार्ड बना होगा तो फिंगर प्रिंट मैच नहीं होंगे।
-ऑपरेटर में प्रशिक्षण की कर्मी के कारण फिंगर प्रिंट ठीक से नहीं करना
-आईडी प्रूफ में कमी होने पर आधार की साइड से फिंगर प्रिंट हटा दिए जाते है।
केस:-1
कासगंज थाना पटियाली के मोहल्ला गढ़ी ठाकुरपुर निवासी आमोद यादव शहर में यूपी एसआई की परीक्षा देने के लिए रामपुर गार्डन पहुंचे थे। परीक्षा केन्द्र पर सुबह 8:फ्0 बजे पहुंच गए। परीक्षा केन्द्र पर आधार कार्ड फिंगर प्रिंट मैच होने के बाद ही एंट्री मिल रही थी। केन्द्र पर बैठे एक्सपर्ट ने जब फिंगर प्रिंट लिए तो मैच ही नहीं हुए। जिसके बाद आधार कार्ड फर्जी बताकर भगा दिया।
केस:-2
कासगंज के पटियाली मोहल्ला गढ़ी ठकुरान निवासी अभय कुमार यूपी एसआई की परीक्षा शहर के रामपुर गार्डन स्थित केन्द्र पर थी। परीक्षा के लिए एक दिन पहले ही शहर पहुंच गए। दोपहर की पाली में क्ख्:फ्0 बजे से जब परीक्षा केन्द्र पर पहुंचे तो उनका आधार कार्ड और फिंगर प्रिंट मैच कराए गए। जिसमें फिंगर प्रिंट मैच ही नहीं हुए। आधार कार्ड को फर्जी करार दे दिया। जिसके बाद परीक्षा केंद्र में उन्हें एंट्री नहीं दी गई।
केस:-3
सीबीगंज के स्लीपर रोड निवासी वाली प्रिया मेरठ में यूपी एसआई की परीक्षा देने के लिए मेरठ गई थी। परीक्षा केन्द्र पर पता चला कि आधार कार्ड और फिंगर प्रिंट मैच कराने के बाद ही एंट्री मिलेगी। जब आधार कार्ड से फिंगर प्रिंट मैच कराए तो पता चला कि फिंगर पि्रंट मैच नहीं हुए। एक्सपर्ट को बताया भी कि खाना बनाते समय आठ उंगलियां झुलस गई थी। इसके बाद भी परीक्षा में नहीं बैठने दिया।
केस:4-
सुभाष नगर के तिलक कॉलोनी निवासी करन के पास आधार कार्ड है। वह अपना सिम का ऑपरेटर बदलना चाहते थे, जिसके लिए वह अपने आधार कार्ड को लेकर सिम पोर्ट कराने के लिए शॉप पर पहुंचे। जहां पर सिम विक्रेता ने कई बार सभी उंगलियों के फिंगर पि्रंट लिए लेकिन मैच नहीं हुए। जिसके बाद सिम विक्रेता ने सिम पोर्ट करने से इनकार कर दिया। आधार कार्ड से दूसरी सिम लेने गया तो वह भी नहीं मिली। अब फोन पर आधार कार्ड लिंक कराने के लिए बार-बार मेसेज आ रहे हैं।
इन नम्बर पर करें शिकायत
-1947 पर कॉल करके अपनी समस्या बता सकते हैं
-80049-13799, 80049-13798 पर एसएमएस भेज सकते हैं।
-एडीएम सिटी से मिलकर या फिर कॉल करके भी समस्या के लिए शिकायत करें।
उंगलियां सामान्य तौर पर झुलसने पर दोबारा जो स्किन आती है उसमें फिंगर पि्रंट नहीं बदलते हैं, लेकिन कभी अधिक जल जाएं तो फिर फिंगर प्रिंट मिसमैच हो जाएंगे। हां कम उम्र के बच्चों के फिंगर प्रिंट चेंज हो जाते हैं।
डॉ। आयुष अग्रवाल, त्वचा एवं चर्म रोग विशेषज्ञ
फर्जीवाड़ा से बचने के लिए आधार अनिवार्य किया गया है। जिन अभ्यार्थियों के फिंगर पि्रंट मैच नहीं हुए है उनके आधार कार्ड फर्जी हो सकते हैं।
ओपी वर्मा, एडीएम,सिटी