केस -1 एजाज नगर गौटिया की रहने वाली एक महिला ने एसएसपी ऑफिस में शिकायत की कि उसका पति दहेज के लिए परेशान करता है। उसके पति का किसी दूसरी महिला से रिलेशन है। ससुरालवाले उसी महिला से ही पति की शादी भी कराने वाले हैं।
केस-2 बारादरी की ही रहने वाली एक और महिला ने एसएसपी ऑफिस में शिकायत की कि उसके ससुरालवालों ने उसे 30 अप्रैल को घर से निकाल दिया। पति उसके साथ मारपीट करता है। यही नहीं पति ने गर्भावस्था में भी उसका साथ नहीं दिया।
केस -3 राजीव नगर निवासी एक व्यक्ति ने शिकायत की उसकी पत्नी शादी के कुछ दिन बाद से ही अपने मायके में रहती है। वह हमेशा उससे ससुराल से अलग कमरा किराए पर लेकर रहने का दबाव बनाती है। वह अपनी मां से ज्यादा प्यार करता है इसलिए उसे नहीं छोड़ सकता।
- हसबैंड-वाइफ की रिलेशन में ब्रेकअप की बड़ी वजह बन रहा मोबाइल
- पुलिस के पास डेली ऐवरेज पहुंच रहे 5 केस
- अचानक रिलेशन में तेजी से लगने लगा ब्रेक
BAREILLY: लोगों की जिंदगी में मोबाइल का काफी इंपॉर्टेट रोल है, लेकिन यही मोबाइल अब वैवाहिक जीवन भी तबाह कर रहा है। ये हम नहीं बल्कि पुलिस कह रही है। बरेली में पति-पत्नी के रिश्तों में दरार के केसेस की अचानक बाढ़ सी आ गई है। मोबाइल पर बात करना अवैध संबंध का शक पैदा करता है। औसतन रोजाना पुलिस के पास ऐसे पांच मामले पहुंच रहे हैं। पिछले क्ख्क् दिन में म्ख्म् केस पुलिस के पास पहुंचे हैं, जिनमें से आधे केसेस को पुलिस भी सुलझा नहीं पाई है। लगातार बढ़ रहे केसेस को लेकर पुलिस भी काफी चिंतित है। परामर्श केंद्र की मॉनिटरिंग कर रहे आईपीएस सचींद्र पटेल ने परिवार परामर्श केंद्र से सभी केसेस का स्टेटस मांगा है।
मामूली बात हैं झगड़े की वजह
वैसे तो वाइफ-हसबैंड के रिश्तों में दरार की वजह मामूली ही होती हैं, लेकिन अक्सर छोटी बात इतनी बड़ी हो जाती है कि नौबत तलाक तक पहुंच जाती है। दोनों एक-दूसरे के दुश्मन बन अलग रहने लगते हैं। परिवारवालों व रिश्तेदारों के समझाने के बाद भी जब बात नहीं बनती है तो मामला पुलिस के पास पहुंचता है। पुलिस के पास ज्यादातर महिलाएं पति व ससुरालवालों पर प्रताडि़त करने और दहेज मांगने की शिकायत लेकर ही पहुंचती है, लेकिन जब पुलिस दोनों पक्षों को बुलाकर बात करती है तो असली वजह कुछ और ही निकल कर आती है। दोनों को एक दूसरे पर भरोसा उठा जाता है। विश्वास की कमजोर डोर के चलते रिश्ते की डोर ज्यादा ही कमजोर हो जाती है।
क्ख्क् दिन में म्ख्म् मामले
पुलिस रिकॉर्ड पर गौर करें तो औसतन रोजाना पांच केस पहुंच रहे हैं। इन केसेस को परामर्श केंद्र में रिश्ते जोड़ने के लिए भेजा जाता है। परामर्श केंद्र में ख्0 जनवरी से फ्क् मई तक कुल म्ख्म् मामले पहुंच चुके हैं। परामर्श केंद्र में काउंसलर्स के द्वारा आधे मामले यानी फ्09 केस सुलझाए जा चुके हैं। ऐसे भ्फ् मामले, जिनमें समझौता नहीं हो सका उसमें थानों में एफआईआर दर्ज कराई गई है। क्ख्0 मामले ऐसे थे, जो पहले से ही कोर्ट में चल रहे थे। अभी भी परामर्श केंद्र में क्ब्ब् मामले पेंडिंग हैं, जिनमें दोनों पक्षों को अगली डेट पर बुलाकर समझौता का प्रयास किया जा रहा है।
मई में पहुंचे ख्ख्9 केस
बड़ी संख्या में पहुंच रहे केसेस से पुलिस भी हैरान है। यही वजह है कि इन केसेस को सुलझाने के लिए एसएसपी ने परिवार परामर्श केंद्र में तैनात पुलिसकर्मियों और काउंसलर्स को हर तरीका अपनाने के निर्देश दिए हैं। ट्रेनी आईपीएस सचींद्र पटेल को भी इन केसेस की मानिटरिंग करने का निर्देश दिया है ताकि पति-पत्नी को एक किया जा सके। परामर्श केंद्र के आंकड़े लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। मई के रिकॉर्ड पर ही नजर डालें तो ख्ख्9 मामले पुलिस के पास पहुंचे हैं।
मोबाइल पर बातें करना बड़ी वजह
पुलिस के पास पहुंच रहे केसेस में सामने आया है कि रिश्तों में दरार की वजह मोबाइल बन रहा है। वैसे तो मोबाइल किसी भी प्रॉब्लम को आसानी से निपटाने के लिए यूज किया जाता है, लेकिन पति-पत्नी के रिश्ते में यह प्रॉब्लम दूर करने के बजाय इसे और बढ़ाने का काम रहा है। परामर्श केंद्र की मानें तो कई केसेस में महिलाओं ने शिकायत की कि उसका पति किसी से मोबाइल पर काफी देर तक बातें करता है। उसके मोबाइल पर मैसेज भी किसी दूसरी महिला के आते हैं। इसी तरह से पुरुषों ने शिकायत की उनकी पत्नी किसी और पुरुष से फोन पर बात करती है। उसके फैमिली मेंबर्स ने भी उसे घंटों बातें करते देखा है। मना करने पर भी वह फोन पर बात करना बंद नहीं करती है। पूछने पर भाई या रिश्तेदार से बात करने का बहाना बनाती है। मोबाइल पर ज्यादा देर तक बातचीत अवैध संबंध के शक का रूप ले लेती है और यहीं से रिश्तों में दरार पड़ने लगती है।
मॉडर्न लाइफ भी बन रही मुसीबत
एक्सपर्टस का मानना है कि मोबाइल के साथ-साथ मॉडर्न लाइफ की वजह से आ रहे चेंजेज भी रिश्तों में दरार ही वजह हैं। मॉडर्न लाइफ में पति-पत्नी ज्वाइंट फैमिली में रहना पसंद नहीं करते हैं। इसकी वजह से भी दोनों में झगड़े बढ़ते जाते हैं और उन्हें बड़े-बुजुर्गो के आदर का भी कोई खौफ नहीं रहता है। कई केसेस में शिक्षा भी झगड़े की वजह बन रही है। जो कम शिक्षित हैं वो अपनी भलाई के बारे में सोचते नहीं और सिर्फ झगड़ा करते हैं और जो शिक्षित हैं तो उनमें सेल्फ इंडिपेंडेंसी ज्यादा रहती है। महिलाएं पति को भी बाहर की तरह घर में बराबर काम में हेल्प जैसे खाना बनाने व बच्चों की देखभाल करने के बारे में सोचती हैं लेकिन ऐसा होता नहीं है।
शराब भी वजह
परामर्श केंद्र में पहुंचने वाले केसेस में शराब भी एक बड़ी वजह सामने निकलकर आयी है। कई महिलाओं ने शिकायत की कि उनका पति अक्सर घर पर शराब पीकर आता है। शराब के नशे में वह उसके साथ मारपीट करता है। इसलिए वह उससे अलग रहना चाहती है। यही नहीं दोनों के रिश्तों में मां-बाप की ज्यादा इंटरफेरेंस भी दिक्कतें पैदा कर रही हैं। कई केसेस ऐसे आए, जिनमें पति को पत्नी के घरवालों और पत्नी को पति के घरवालों का इंटरफेयर पसंद नहीं था।
घर न होना पर भी होती है नोकझोंक
हर किसी को अपने घर की जरूरत होती है। अगर घर न हो तो प्रॉब्लम होती है। कई महिलाओं ने शिकायत की कि उनके पति का घर छोटा है। पूरा परिवार एक ही घर में रहता है। ऐसे में जब पति-पत्नी को बुलाकर बातचीत करायी गई तो पति के अलग कमरा किराए पर लेकर रहने पर सहमति बन गई।
परिवार परामर्श केंद्र में केसेस की संख्या काफी बढ़ गई है। ज्यादा से ज्यादा केसेस में रिश्तों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। परामर्श केंद्र से ऐसे केसेस की भी रिपोर्ट मंगाई जाएगी, जिनमें समझौता नहीं हो सका ताकि उनमें आगे उचित कार्रवाई की जा सके।
- सचींद्र पटेल, आईपीएस
पति-पत्नी के रिश्तों में दरार की मुख्य वजह मोबाइल है। क्योंकि मोबाइल पर बात करना अवैध संबंध का शक पैदा करता है। यही नहीं एजुकेशन न होना भी झगड़ों की वजह है। दोनों पक्षों को समझाकर केसेस को सुलझाने का हर संभव प्रयास किया जाता है।
- नागेंद्र चतुर्वेदी, काउंसलर परिवार परामर्श केंद्र व सीओ एलआईओ
पति-पत्नी के रिश्तों के बीच की साइकोलॉजी काफी चेंज हो गई है। मामूली बातों पर शक करते हैं। महिलाएं ज्वाइंट फैमिली में रहना पसंद नहीं करती हैं। महिलाएं ही महिलाओं की दुश्मन बन रही हैं। शराब पीकर मारपीट करना महिलाओं में डर पैदा करता है। पढ़ी लिखी महिलाएं अपने हक की बातें करती हैं।
- कल्पना, काउंसलर एवं साइकाेलॉजिस्ट
सामाजिक ताना-बाना बदल गया है। पुरुषों के साथ महिलाएं भी अपने अधिकारों की बात करने लगी हैं। सोसाइटी में तेजी से आ रहा बदलाव भी ब्रेकअप की वजह बन रहा है। मोबाइल व लैपटाप का ज्यादा यूज भी दिक्कतें पैदा कर रहा है। यही नहीं महिलाएं घरेलू काम में भी पति को बराबर इनवाल्व करना चाहती हैं।
- नवनीत अहूजा, सोशियोलॉजिस्ट