-शासन से आयी है फील्ड यूनिट के लिए नई गाड़ी
-बरेली और पीलीभीत की फील्ड यूनिट को नहीं मिली नई गाड़ी
BAREILLY: किसी भी वारदात पर फील्ड यूनिट का जल्द से जल्द पहुंचना अहम होता है। फील्ड यूनिट जल्दी तभी पहुंच सकती है जब उसके पास तेज चलने वाली गाड़ी होगी। लेकिन ऐसा नहीं है, क्योंकि फील्ड यूनिट के लिए पुलिस हेड क्वार्टर से आयी नई गाड़ी न जाने कौन दौड़ा रहा है। हां इतना जरूर है कि कागजों में गाड़ी को फील्ड यूनिट ही दौड़ा रही है। जिम्मेदारों की इसी लापरवाही के चलते फील्ड यूनिट को कबाड़ हो चुकी गाड़ी से मौके पर जाना पड़ रहा है।
क्ख् जिलों को एक-एक बोलेरो
फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री के डायरेक्टर ने पुलिस हेड क्वार्टर से यूपी के क्ख् जिलों में फील्ड यूनिट के लिए व्हीकल की डिमांड की थी। इसके पीछे मकसद साफ था कि इन जिलों में फील्ड यूनिट में मौजूद गाडि़यां कंडम हो चुकी हैं। जिसके चलते फील्ड यूनिट को मौके पर पहुंचने में काफी वक्त लगता है। फोरेंसिक साइंस की ओर से सभी जिलों के गाडि़यों के लिए आवंटन का प्रस्ताव भेजा गया था। वैसे तो इन जिलों के लिए अधिक संख्या में गाडि़यों की डिमांड की गई थी, लेकिन सभी जिलों के लिए सिर्फ एक-एक गाड़ी ही मंजूर हुई थी।
सिर्फ फील्ड यूनिट यूज करेगी गाड़ी
एडीजी पुलिस हेड क्वार्टर इलाहाबाद द्वारा सभी क्ख् जिलों को गाडि़यां आवंटित कर ख्0 नवंबर ख्0क्ब् को आदेश जारी कर दिया गया। इसके अलावा सभी जिलों के लिए लखनऊ से गाडि़यां भी भेज दी गई। सभी जगह नई बोलेरो भेजी गई। इसमें बरेली रेंज के बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर डिस्ट्रिक्ट के लिए भी गाडि़यां भेजी गई। आदेश में साफ-साफ लिखा है कि गाडि़यां सिर्फ फील्ड यूनिट के लिए ही यूज होंगी। गाडि़यां सभी डिस्ट्रिक्ट में समय पर पहुंच भी गई लेकिन बरेली फील्ड यूनिट को क्भ् दिन बाद भी गाड़ी नहीं मिली है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिरकार गाड़ी कहां चल रही है। सोर्सेस की मानें तो गाड़ी को सीओ लेवल के अधिकारी को आवंटित कर दी गई है। वही इस गाड़ी को ही चला रहे हैं। यही नहीं रेंज के पीलीभीत डिस्ट्रिक्ट में भी फील्ड यूनिट की गाड़ी नहीं पहुंची है।
अभी पुरानी गाड़ी से दौड़ती है फील्ड यूनिट
प्रेजेंट में फील्ड यूनिट को एसआईएमटी को जो गाड़ी दी गई है वो काफी पुरानी है। गाड़ी में टायर भी दूसरी गाड़ी के लगे हुए हैं। ये गाड़ी रास्ते में कब खराब हो जाए इसका भी कुछ भरोसा नहीं होता है। जबकि फील्ड यूनिट को रुरल एरिया में भी कई किमी तक जाना होता है।
इन जिलों को दी गई हैं गाड़ी
बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत, बस्ती, गाजीपुर, सुल्तानपुर, पीलीभीत, सीतापुर, मेरठ, बलिया, बरेली, गोरखपुर, प्रतापगढ़ और कन्नौज हैं।
फील्ड यूनिट का काम बाधित ना हो इसके लिए उन्हें समय पर गाड़ी उपलब्ध करायी जाती है। अगर नई गाडि़यां आयी हैं तो फील्ड यूनिट को ही दिलवायी जाएंगी।
आरकेएस राठौर, डीआईजी बरेली