बरेली : सख्ती के बावजूद बरेली कॉलेज में दबंग छात्रों की मनमानी पर लगाम नहीं लग पा रही है। सुबह की पाली में बीबीए की परीक्षा के दौरान जहां एक छात्र ने अपने पिता की धौंस दिखाकर परीक्षकों को हड़काने की कोशिश की, वहीं शाम को विधि की परीक्षा में तलाशी लेने पर ही कुछ छात्रनेता भड़क गए। मुश्किल से मामला शांत कराया गया।

सुबह की पाली में बीबीए और बीसीए की परीक्षाएं थी। बीबीए के परीक्षा में एक छात्र परीक्षकों द्वारा मना करने के बावजूद ताकझांक करने से बाज नहीं आ रहा था। परीक्षकों ने जब उसे मना किया तो छात्र उन पर ही हावी हो गया। छात्र अपने पिता की धौंस दिखाने लगा, कहा उसके पिता पुलिस में है। जब परीक्षकों ने फिर उसको रोका तो वह परीक्षकों पर ही हावी होने लगा। बाद में उसको दूसरे परीक्षा कक्ष में बैठाकर परीक्षा कराई गई। वहीं शाम को विधि की परीक्षाओं में भी तलाशी लेने पर छात्रनेता भड़क गए। कमरा नंबर 33 में एक छात्र नकल करते पकड़ा गया था। उसी कमरे में परीक्षा दे रहे पूर्व छात्रनेता गौरव सक्सेना और राघव ने बार-बार तलाशी लेने का विरोध किया। उन्होंने कॉलेज प्रशासन की व्यवस्था पर ही सवाल खड़े कर दिए। कहा जब गेट पर तलाशी ली जाती है तो परीक्षा कक्ष में नकल सामग्री कहां से आ जाती है। इस बात को लेकर शिक्षकों के साथ काफी बहस हुई। वहीं विश्वविद्यालय में शांतिपूर्वक परीक्षाएं संपन्न हुई। नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए फ्राइडे को और सख्ती बरती जाएगी।

नकल पकड़ी तो परीक्षकों पर भी बनाने लगे दबाव

विधि की परीक्षा में छापेमारी के लिए प्राचार्य डॉ। सोमेश यादव शिक्षकों की टीम के साथ पहुंचे। एक-एक कर सभी परीक्षा कक्षों की तलाशी लेनी शुरू कर दी। कमरा नंबर 33 में टीम पहुंची। तलाशी के दौरान एक छात्र के पास बड़ी संख्या में नकल सामग्री बरामद हुई। उसने अपने मौजे में नकल छिपा रखी थी। जब उससे फॉर्म पर साइन कराए जाने लगे तो उसने फॉर्म पर साइन करने से ही इन्कार कर दिया। इसी बात को लेकर काफी हंगामा हुआ। हालांकि बाद में पकड़ गए छात्र की उत्तर पुस्तिका सील कर दी गई।

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-नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए चाहें जितनी सख्ती करनी पड़े की जाएगी। किसी भी हाल में नकल को लेकर ढील नहीं दी जाएगी। एक पर्ची भी निकलती है तो छात्र की कॉपी तुरंत ही सील कर दी जाएगी।

-डॉ। सोमेश यादव, प्राचार्य बरेली कॉलेज