-अधर में लटके जनधन को आधार से लिंक करने की कवायद
-जब आधार ही नहीं बने है तो, कैसे लिंक होंगे अकाउंट्स
<-अधर में लटके जनधन को आधार से लिंक करने की कवायद
-जब आधार ही नहीं बने है तो, कैसे लिंक होंगे अकाउंट्स
BAREILLY: BAREILLY: अकाउंट खुलने के बाद जनधन योजना में 'आधार' का लोचा सामने आ गया है। यहीं नहीं इसके अलावा और भी कई सारे बदलाव हुए हैं। 9 मार्च को आरबीआई की गाइडलाइंस मिलने के बाद योजना को नए सिरे से अमली जामा पहनाने की कवायद बैंकों ने शुरू कर दी है। पहले ही ट्रांजेक्शन न होने की मार झेल रही इस योजना के तहत खुले अकाउंट अब नए पचड़े में पड़ गए हैं। आपको बता दें कि, इस योजना के अंतर्गत लाखों अकाउंट ओपन हुए हैं, लेकिन कुछ अपवाद को छोड़ दें तो, बाकी अकाउंट की स्थिति दयनीय बनी हुई है। बरेली डिस्ट्रिक्ट में योजना के तहत 7 लाख से अधिक अकाउंट खोले गए हैं। अब इन अकाउंट को आधार से लिंक करना टेढ़ी खीर साबित हो सकती है।
आधार से लिंक होना जरूरी
आरबीआई की नई गाइड लाइंस के मुताबिक, जनधन योजना के तहत खुले अकाउंट को आधार नंबर से लिंक करना जरूरी है। ताकि, फर्जीवाड़े की गुंजाइश न रहे। बैंकों ने अकाउंट को आधार से लिंक करना शुरू भी कर दिया है। आधार से लिंक न होने की स्थिति में प्रधानमंत्री जनधन योजना का पूर्ण लाभ नहीं मिल सकेगा। इस योजना के अंतर्गत एक लाख रुपए दुर्घटना बीमा, फ्0 हजार का साधारण जीवन बीमा और भ् हजार रुपए ओवर ड्रॉफ्ट के लाभ लोगों को मिलने हैं। लेकिन जिस तरह से योजना के प्रारूपों में बदलाव किए जा रहे हैं उसको देखते हुए स्थिति कुछ और ही बनती नजर आ रही है। बरेली में बहुत से लोगों के आधार कार्ड बने ही नहीं हैं। ऐसे में उनके अकाउंट को आधार कार्ड से कैसे लिंक किए जाएंगे।
संतोषजनक लेन-देन
जनधन योजना में सरकार की भ् हजार रुपए ओवर ड्रॉफ्ट के रूप में देने की मंशा नहीं लग रही है। म् महीने तक लेन-देन संतोषजनक रखने पर ही अकाउंट होल्डर्स को ही भ् हजार का ओवर ड्रॉफ्ट दिया जाएगा। जिसको जल्द से तुरंत या फिर फ्म् महीने में रुपए वापस करने होंगे। इसके अलावा रिलेटेड व्यक्ति की एज क्8 से म्0 साल के बीच होनी मस्ट है। यहीं नहीं नई गाइडलाइंस के मुताबिक शहर के लिए क्.ख्0 लाख और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की वार्षिक आय म्0 हजार से अधिक नहीं होनी चाहिए।
यहां तो ब्याज भी अधिक
सबसे अजीब बात यह है कि आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को बैंक्स से लोन लेने पर ब् या फिर साढ़े चार परसेंट तक ही ब्याज देने पड़ते हैं। अब इन नए प्रारूप के तहत बैंक सलाना क्ख्.भ्0 परसेंट का ब्याज वसूलेगा। यह ओवर ड्रॉफ्ट उस अकाउंट होल्डर्स का होगा जो कि लोन आदि का डिफॉल्टर न हो। इसके अलावा अवयस्क, केसीसी, जीसीसी, एसएचजी, जेएलजी एवं एमएफआई के सदस्य भी इस सुविधा के लिए अपात्र की श्रेणी में आएंगे। अक्टूबर ख्0क्ब् से जब इस योजना को धरातल पर लाने की कवायद शुरू हुई तो, लोगों से सिर्फ यह बात कही गयी थी कि, लोगों को बस बैंक में अकाउंट खुलवाने हैं, लेकिन जैसे-जैसे योजना मूर्त रूप लेती गयी वैसे-वैसे लोगों को एक अलग तरह की समस्या फेस करनी पड़ रही है।
सभी अकाउंट को आधार से लिंक करने हैं। ताकि योजना का लोग गलत फायदा न उठा सके। आधार नंबर से जुड़ने के बाद एकरूपता आएगी। इसके लिए सभी बैंकों को जल्द से जल्द अकाउंट को आधार से लिंक करने की बात कही गयी है।
एमएम श्रीवास्तव, मैनेजर, लीड बैंक