- अगस्त माह में जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में एडमिट हुए 131 बच्चों में सबसे अधिक फीवर के बच्चे

- ओपीडी में आने वाले अधिकांश मरीजों में फीवर के अधिक केस

बरेली : आगरा, फिरोजाबाद, एटा समेत अन्य जिलों में तेज बुखार के चलते 50 लोगों ने अपनी जान गवां दी है। ऐसे में अब शासन ने प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया है। जिला अस्पताल के आंकड़े भी चौंकाने वाले हैं, जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में एडमिट होने वाले अधिकांश बच्चों में फीवर की पुष्टि हुई है वही अधिकांश बच्चे तेज बुखार से ग्रसित मिले हैं। बच्चों की हालत गंभीर बनी है।

यह बात आ रही सामने

अगस्त माह में जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में कुल 131 बच्चे एडमिट हुए इसमें 42 बच्चों में तेज फीवर से ग्रसित मिले। गौर करने वाली बात यह है कि इसमें 15 ऐसे बच्चे शामिल हैं जो कि पाइरेक्सिया से ग्रसित मिले हैं। वर्तमान में बच्चा वार्ड में पांच बच्चे एडमिट हैं जो कि डायरिया और फीवर से ग्रसित हैं।

क्या होता है पाइरेक्सिया

वरिष्ठ फिजिशियन डॉ। सुदीप सरन के अनुसार पाइरेक्सिया एक प्रकार के फीवर को कहा जाता है। अधिक गर्मी के प्रकोप से कुछ वायरस शांत रहते हैं लेकिन जब मौसम में ठंडक बढ़ती है तो यह वायरस तेजी से एक्टिव हो जाते हैं। इसमें ही एक है पाइरेक्सिया। यह वायरल फीवर, इसमें मरीज को सिरदर्द, खांसी, आंखों का लाल होना इसके लक्षण हैं।

अनदेखी हो सकती है जानलेवा

डॉ। सरन के अनुसार अगर कोई व्यक्ति पाइरेक्सिया से ग्रसित है और समय पर डॉक्टर की सलाह न ली जाए तो सेकेंड्री इंफेक्शन से ग्रसित हो सकते हैं इसमें तेज फीवर के साथ ही निमोनिया के साथ ही डायरिया का भी शिकार हो सकते हैं। जो कि जानलेवा साबित हो सकता है।

ओपीडी में फीवर के मरीज अधिक

जिला अस्पताल में कोरोना का प्रकोप कम होने के बाद से आम दिनों की तरह ही ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी है। डेली 1500 से 1700 मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। लेकिन सबसे अधिक पेशेंट्स में वायरल फीवर की पुष्टि हो रही है।

फैक्ट फाइल

- 29 बेड का है बच्चा वार्ड

- 5 बच्चे फीवर से ग्रसित हैं एडमिट

- 1500 से 1700 मरीज आते हैं ओपीडी में डेली

- 30 फीसदी ओपीडी में आने वाले मरीजों में हो रही फीवर की पुष्टि

हायर सेंटर किया रेफर

पीलीभीत के दयालपुर निवासी सेवाराम की 8 वर्षीय बच्ची की मंडे की सुबह तबियत बिगड़ी जिस पर परिजनों ने उसे पीलीभीत के जिला अस्पताल में भर्ती कराया, ट्यूजडे सुबह जब बच्ची की हालत गंभीर हुई तो प्रबंधन ने उसे बरेली जिला अस्पताल में रेफर कर दिया, परिजन बच्ची को लेकर ट्यूजडे को सुबह दस बजे बच्चा वार्ड में एडमिट कराया जहां बच्ची पाइरेक्सिया से ग्रसित मिली। बच्ची का इलाज शुरू किया गया लेकिन हालत गंभीर होने पर उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।

मौसम में बदलाव के चलते वायरल फीवर के मरीज बढ़े हैं, बच्चे भी वायरल फीवर से ग्रसित मिल रहे हैं। वहीं पाइरेक्सिया के केस भी बच्चों में अधिक सामने आ रहे हैं।

डॉ। करमेंद्र, इंचार्ज, बच्चा वार्ड