- नो रूम होने से पैसेंजर की बढ़ी परेशानी

- साधारण बसों से जर्नी करने को मजबूर पैसेंजर्स

BAREILLY: फेस्टिव सीजन में वॉल्वो से जाने वाले पैसेंजर्स की संख्या इन दिनों बढ़ गई है। आलम यह है कि कई डेट में वॉल्वो की सारी सीटें फुल हैं। एक सीट पाने के लिए पैसेंजर्स को माथापच्ची करनी पड़ रही है। कई पैसेंजर्स को तो बिना टिकट लिए ही टिकट काउंटर से वापस लौटना पड़ रहा है। मजबूरन गोल्ड लाइन बस और जनरल बसों से पैसेंजर्स को सफर करना पड़ रहा है।

वॉल्वो में नो रूम

बरेली से दिल्ली आनंद बिहार के लिए सैटेलाइट बस स्टेशन से दो वॉल्वो हैं। इनका संचालन दोपहर क्ख् बजे और रात क्क् बजे की जा रही है। आनंद बिहार से भी वॉल्वों के संचालन का यही टाइमिंग है। वॉल्वों के टिकट काउंटर इंचार्ज ने बताया कि भ् व म् अक्टूबर को दोनों वॉल्वो में एक भी सीट नहीं बची हुई है। ख्क्, ख्ख् और ख्फ् अक्टूबर की भी मैक्सिमम सीट की बुकिंग हो चुकी है। एक वॉल्वो में टोटल ब्भ् सीट हैं। एक पैसेंजर का बरेली से दिल्ली तक का किराया म्क्भ् रुपए है।

यहां भी मारामारी

फेस्टिव सीजन में सबसे अधिक दिल्ली रूट पर ही पैसेंजर्स की भीड़ होती है। सामान्य दिनों की अपेक्षा बसों से जर्नी करने वालों की संख्या इन दिनों करीब ख्0 परसेंट तक बढ़ गई है। मगर वॉल्वो में जगह नहीं मिलने पर पैसेंजर्स जनरल और गोल्ड लाइन बसों से जर्नी करने के लिए मजबूर हैं।

फेस्टिव सीजन के कारण वॉल्वो से जाने वालों की संख्या बढ़ी है। कई डेट की वॉल्वो की सारी सीटें फुल हो गई है।

तेज प्रताप सिंह, इंचार्ज, टिकट काउंटर वॉल्वो