-धूमधाम से मनाई झूलेलाल जयंती

- अखंड ज्योति का हुआ विसर्जन

BAREILLY: झूलेलाल जयंती के मौके पर ट्यूजडे को सिंधी समाज के लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। ट्रेडिशनल ड्रेस पहने लोगों ने पूरे विधि-विधान के साथ झूलेलाल जी महराज की पूजा-अर्चना की। सुबह से शुरू हुआ प्रोग्राम देर रात तक चलता रहा। सिंधी समाज में झूलेलाल को चेटीचंड लाल साई, उडेरो लाल, अमर लाल जैसे कई नामों से जाना जाता है। झूलेलाल को वरूण देव का अवतार भी माना जाता है।

विधि पूर्वक की पूजा-अर्चन

पंडित प्रेमप्रकाश और सुरेश शर्मा ने विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना कर अखंड ज्योति प्रज्जवलित करवाया। सिंधी समाज के लोगों ने झूलेलाल को याद करते हुए सुबह 9 बजे यज्ञ की शुरुआत की। उसके बाद झूलेलाल मंदिर में पारंपरिक गीतों के साथ आरती हुई। उसके बाद प्रसाद वितरित किया गया। मंदिर परिसर में ही श्री झूलेलाल ट्रस्ट की ओर से भंडारे का भी आयोजन किया गया।

निकाली गई झांकी

इस मौके पर सिंधी समाज के लोगों ने झूलेलाल जी महराज की भव्य झांकी निकाली। झांकी सिंधू नगर झूलेलाल मंदिर से शुरू होकर ईसाइयों की पुलिया होते हुए श्यामगंज, ईट पजाया चौराहा, मूर्ति नर्सिग होम, प्रेमनगर चौराहा, रामजानकी मंदिर, शील चौराहा, बांके बिहारी मंदिर, पटेल नगर स्थित झूलेलाल द्वारा पर समाप्त हुई। झांकी में राजस्थान के अलवर से आए शहनाई कलाकारों ने शहनाई की धुन से सबको मंत्र मुग्ध कर दिया। शहनाई की धुन पर लोगों ने जमकर डांडिया डांस किया। नकटिया नदी में अखंड ज्योति का विसर्जन देर शाम हुआ। अखंड ज्योति विसर्जन के समय सैकड़ों की संख्या में सिंधी समाज के लोग मौजूद रहे।