- शहर के एलटी लाइनों पर लगेगी गार्डिग

- गुड़गांव के केईआई कंपनी को सौंपी गई जिम्मेदारी

- पहले फेज में 100 किलोमीटर की लाइन पर लगेगी गार्डिग

BAREILLY

शहर के गली, मुहल्लों में टूटकर गिरने वाली एलटी लाइन से अब किसी व्यक्ति की जान नहीं जाएगी। लाइनों से आए दिन होने वाली घटनाओं से सबक लेते हुए बिजली विभाग एक नई व्यवस्था करने जा रहा है। बिजली विभाग शहर के प्रमुख जगहों की एलटी लाइनों पर गार्डिग लगवाने का काम करेगा। ताकि, लाइन के टूटने से होने वाली घटनाओं से बचा जा सके। विभाग ने लाइनों पर गार्डिग लगाने की जिम्मेदारी एक प्राइवेट कंपनी को सौंप भी दी हैं। कंपनी ने फिलहाल सर्वे का काम शुरू कर दिया हैं।

लाइनों पर लगेगी गार्डिग

बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि, गार्डिग की व्यवस्था रेलवे क्रासिंग, चौराहों और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में रहेगी। क्योंकि, लाइन टूटने की मैक्सिमम घटनाएं इन्हीं जगहों पर होती है। कुतुबखाना, जगतपुर, दूर्गानगर, जोगीनवादा, संजय नगर और श्यामगंज साहित शहर के विभिन्न घनी आबादी वाले क्षेत्रों में गार्डिग की व्यवस्था की जाएगी। योजना के फ‌र्स्ट राउंड में क्00 किलोमीटर से अधिक लंबी लाइन में गार्डिग लगाए जाने का काम होगा।

जीई का होगा गॉर्डिग

लाइनों को गल्वनाइज्ड आयरन (जीआई) से गार्डिग होगी। जीआई पर जस्ते का परत चढ़ा रहेगा। गार्डिग के माध्यम से लाइन बंधी रहेगी। जैसे ही लाइन टूटकर गिरेगी अर्थ के संपर्क में आते ही फीडर ऑटोमैटिक बंद हो जाएगा। फिलहाल गार्डिग की व्यवस्था न होने के कारण लाइन अर्थ के संपर्क में आने के बाद भी बिजली सप्लाई कभी कभार बंद नहीं हो पाती है। जिसकी वजह से घटना होने की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन गार्डिग लगने के बाद घटनाओं के होने की संभावना नाम मात्र हो जाएगी।

केईआई कंपनी को जिम्मेदारी

शहर के विभिन्न एरिया की एलटी लाइनों में गार्डिग लगाने का काम विभाग के कर्मचारी नहीं करेंगें। बल्कि यह काम गुड़गांव की एक प्राइवेट कंपनी करेगी। बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि, इस काम की जिम्मेदारी गुड़गांव की केईआई कंपनी को सौंपी गई है। केईआई कंपनी के डिविजनल इंचार्ज राजेश ने बताया कि, विभाग से जिम्मेदारी मिलने के बाद सर्वे काम किया जा रहा है। इस महीने के अंत तक सर्वे पूरा कर लिया जाएगा। सर्वे के दौरान इस बात को नोट किया जा रहा है कि, किन प्वॉइंट पर गार्डिग लगाने की सख्त जरूरत है। ख्0क्भ् के मध्य तक गार्डिग लगाने का काम लगभग पूरा भी हो जाएगा।

हो चुकी है कई घटनाएं

हाईटेंशन लाइन को छोड़ दिया जाए तो, शहर में सिर्फ एलटी लाइन की चपेट में आने से इस साल आधा दर्जन से अधिक लोग चोटिल हो चुके है। यहीं नहीं कुछ लोग तो अपनी जान तक गंवा चुके है। अभी दो दिन पहले ही कालीबाड़ी में एक कंटेनर के वजह से एलटी लाइन टूटकर गिर गई थी। जिसकी वजह से द्वारपूजा लगा रहा दुल्हा बाल-बाल बच गया था। दूल्हे ने किसी तरह से भागकर अपनी जान बचायी थी। भगदड़ की वजह से कई लोग चोटिल भी हो गए थे। जुलाई में शांती बिहार में लाइन की चपेट में आने से एक व्यक्ति बुरी तरह से घायल हो गया था। इसकी तरह से जगतपुर, कालीबाड़ी, विष्णुधाम कॉलोनी और सिंधूनगर में कई घटनाएं हो चुकी है। इन बात से परेशान विभाग ने लाइनों पर गार्डिग लगाने की योजना बनायी है।

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- बरेली का क्षेत्रफल ख्फ्भ् वर्ग किलोमीटर (9क् स्क्वॉयर मिल)।

- बरेली अर्बन की आबादी करीब क्भ् लाख।

- बरेली अर्बन में कनेक्शन धारक - क्,म्भ्,ब्70

- क्क् केवी वायर पोल की ऊंचाई म् मीटर होना चाहिए।

- फ्फ् केवी वायर पोल की ऊंचाई 7मीटर होना चाहिए।

- क्00 किलोमीटर की लाइन पर लगेगी गार्डिग।

लाइनों में गार्डिग लगाने का काम किया जा रहा है। इसकी जिम्मेदारी एक प्राइवेट कंपनी को सौंपी गई है। जल्द की लाइनों पर गार्डिग लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा।

आरपी दुबे, एसई, अर्बन, बिजली विभाग